फैक्ट चेक: क्या महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने दरगाह पर चढ़ाई भगवा रंग की चादर? जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उनके प्रतिनिधियों के साथ एक प्रार्थना स्थल पर भगवा रंग की चादर चढ़ाते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे एकनाथ शिंदे किसी मजार पर यह चादर चढ़ा रहे हैं।
वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सीएम एकनाथ शिंदे ने मुंबई की हाजी अली दरगाह पर भगवा रंग की चादर चढ़ाई है।
फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि ‘मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जैसा हिम्मतवाला होना चाहिए.. हाजी अली दरगाह-मुंबई पर जाकर ॐ, स्वास्तिक, त्रिशूल अंकित भगवा रंग की चादर चढ़ाई’
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल से हमने यह स्थापित किया कि वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। इस दौरान हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें सबसे पहले ट्विटर पर सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। जहां उन्होंने वायरल वीडियो से हूबहू मेल खाती कुछ तस्वीरें मराठी भाषा के कैप्शन के साथ अपलोड की हुई हैं। ट्विटर पर या पोस्ट बीती फरवरी 05, 2023 को अपलोड की गयी थी।
#ठाणे जिल्ह्यातील भाविकांचे श्रद्धास्थान असलेल्या #कल्याण येथील श्री मलंगगड यात्रेनिमित्ताने आज #श्री_मलंगगड येथे उपस्थित राहून श्री मच्छिंद्रनाथांचे भक्तीभावाने दर्शन घेऊन मनोभावे पूजन अर्चन केले. pic.twitter.com/lZknIlBECg
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) February 5, 2023
वायरल वीडियो और एक नाथ शिंदे के ट्विटर पर प्राप्त तस्वीर की तुलना
मराठी भाषा का जब गूगल ट्रांसलेशन की सहायता से हमने जाना कि कैप्शन में बताया गया है कि ठाणे जिले के कल्याण के पास तीर्थ स्थान श्री मछिंद्रनाथ में फरवरी 05, 2023 को एकनाथ शिंदे वहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने वहाँ श्री मलंगगढ़ यात्रा के अवसर पर पूजा अर्चना की थी।
इसके बाद हमने यह जानन के लिए खोजा कि जब एकनाथ शिंदे स्वयं इसे श्री मछिंद्रनाथ का तीर्थ स्थल बता रहे हैं तो सोशल मीडिया पर इसे हाजी अली दरगाह क्यों बताया जा रहा है। कड़ी मशक्कत के बाद हमें India TV की वेबसाइट पर मामले से संबंधित एक रिपोर्ट मिली। जिसे मार्च 30, 2021 रिपोर्ट के मुताबिक यह तीर्थ स्थल ठाणे जिले में कल्याण के स्थित है। जहां कई वर्षों से हिन्दू और मुस्लिम मान्यताओं को लेकर विवाद चल रहा है।
इस तीर्थ स्थल पर हिंदू पक्ष दावा करता है कि यह नाथ समाज के बाबा मछिंदरनाथ की समाधि है और पेशवाओं ने केतकर नाम के एक ब्राम्हण परिवार को यहां पुजा करने का जिम्मा सौंपा था। यहां हर साल हिंदू रिति-रिवाज से पूजा होती आ रही हैं और खासतौर पर माघ पूर्णिमा को भव्य पूजा होती है। यहां हर रोज दिया जलाया दाता है और दही भात का भोग लगाया जाता है। साथ ही हर साल बाबा पालकी निकलती है। वहीं, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यह मजार सूफी फकीर हाजी अब्दुल रहमान शाह मलंग उर्फ मलंग बाबा की है। वह 13 सदी में यमन से कल्याण इस जगह पर आए थे । 80 के दशक में शिवसेना ने इस मुद्दे को सियासी हथियार बनाया और तभी से विवाद शुरू हुआ। बता दें कि यहां समाधि और मजार की जमीन को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चला आ रहा है और दोनों ही पक्षों ने जमीन के एक-एक हिस्से पर अपना कब्जा किया हुआ है।
इसके साथ ही हमें महाराष्ट्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस मामले से संबंधित जानकारी मिली। यहाँ बताया गया है कि यह दरगाह बाबा मलंग को समर्पित है, जो कि 12वीं सदी में भारत आए एक सूफी संत थे हाजी मलंग, एक सर्वधर्म आस्था में विश्वास रखने वाली परंपरा है, यह उन दरगाहों में से एक थी जहां हिंदू करंदेकर परिवार के लोग और मुस्लिम मुतवल्ली, दोनों पक्ष के लोग ही यहां के अनुष्ठानों में भाग लेते रहे हैं।
पड़ताल के दौरान उपरोक्त प्राप्त तथ्यों से जानकारी मिली कि यह पहला मौका नहीं है जब इस तीर्थ स्थल पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा केसरिया या भगवा रंग के चादर चढ़ाया गया है। खोज के दौरान हमें गूगल पर ऐसे कई और वीडियो मिले जहां इस तीर्थ स्थल पर हिन्दू मान्यताओं अनुसार पूजा-अर्चना करते हुए देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। जिस तीर्थ स्थल पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे भगवा रंग की चादर चढ़ा रहे हैं वहां पहले भी कई बार ऐसी ही भगवा रंग की चढ़ाई जाती रही है और हिन्दू मान्यताओं से पूजा की गयी है।