कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन पर मुसीबत के बादल घिरते जा रहे हैं. गठबंधन सरकार में से 11 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इस्तीफा देने वाले विधायकों में 8 कांग्रेस और 3 जनता दल यूनाइटेड (जेडीएस) के हैं.
बता दें कि जिन विधायकों ने इस्तीफ़ा सौंपा हैं , इनमें से कुछ मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं. शनिवार को कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन के 11 विधायक विधानसभा स्पीकर के कार्यालय अपना इस्तीफ़ा सौंपने पहुंचे थे. हालांकि स्पीकर की गैरमौजूदगी के कारण इन विधायकों के इस्तीफें अभी स्वीकार नहीं किए गए हैं, लेकिन शनिवार को हुए घटनाक्रम के बाद कर्नाटक की राजनीति का गणित पूरी तरह से बदल सकता है, इसकी आशंका जताई जा रही है.
गठबंधन सरकार को बचाने का रास्ता निकालने के लिए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अफवाहों को खारिज कर दिया.
खुद के मुख्यमंत्री बनाए जाने के सवाल पर खड़गे ने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं है. कर्नाटक में गठबंधन की सरकार जारी रहेगी और बेहतर ढंग से चलती रहेगी. अफवाहों के जरिये गठबंधन में फूट डालने की कोशिश की जा रही है.
Congress leader Mallikarjun Kharge: Ramalinga Reddy Ji is a senior leader and a Congress man. For long he has been holding Congress’s fort in Bengaluru. Let us see what are his grievances and what we can do. https://t.co/FrfCqj1ftM
— ANI (@ANI) July 7, 2019
कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा, ‘मैं उनसे बात करूंगा और फिर देखते हैं कि क्या होता है. वह पुराने कांग्रेसी हैं और मैं उन्हें शुरू से ही जानता हूं. देखते हैं कि उनकी क्या शिकायत हैं और हम उसमें क्या कर सकते हैं.’
वहीं येदियुरप्पा ने यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा,“मैं तुमकुर जा रहा हूं और मैं शाम 4 बजे वापस आऊंगा. आपको राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पता है. हमे इंतज़ार करना चहिये. एचडी कुमारस्वामी और सिद्धारमैया क्या कहते हैं, मैं इसका जवाब नहीं देना चाहता. मेरा इससे कोई संबंध नहीं है.”
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि हम 5-6 विधायकों के संपर्क में हैं और उनसे बातचीत की जा रही है. सिद्धरमैया ने विश्वास जताया कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे बीजेपी है. विधायकों के इस्तीफे को ऑपरेशन लोटस बताते हुए सिद्धरमैया ने कहा कि सबकुछ ठीक है, मैं विधायकों से बात कर रहा हूं.
घटनाओं को देखते हुए, राज्य सरकार मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, जो कि अमेरिका में हैं, को जल्द ही अमेरिका से लौटने पर मजबूर कर सकता है. उनके आज वापस लौटने की उम्मीद है. वहीं बेंगलुरु में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और केसी वेणुगोपाल कांग्रेस के नाराज विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने शनिवार देर शाम पार्टी विधायकों के साथ एक बैठक की थी, जहां माना जा रहा है कि राज्य की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में अन्य बातों के साथ उनकी चर्चा हुई. बैठक उनके घर पर हुई थी.
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जिन विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, उनमें बीसी पाटिल, एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा, एस हेब्बर, महेश कुमटल्ली, गोपालय्या, रमेश झारखोली और प्रताप गोधा पाटिल शामिल हैं.
कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन सरकार के पक्ष में 118 विधायक थे. यह संख्या बहुमत के लिए जरूरी 113 से पांच ज्यादा थी. इसमें कांग्रेस के 79 विधायक (विधानसभा अध्यक्ष सहित), जेडीएस के 37 और तीन अन्य विधायक शामिल रहे हैं. तीन अन्य विधायकों में एक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से, एक कर्नाटक प्रग्न्यवंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) से और एक निर्दलीय विधायक है. विपक्ष में बैठी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं.