Hindi Newsportal

इंदिरा गांधी की 38वीं पुण्यतिथि आज, 31 अक्टूबर 1984 को हुई थी उनकी हत्या

फाइल फोटो
0 283

इंदिरा गांधी की 38वीं पुण्यतिथि आज, 31 अक्टूबर 1984 को हुई थी उनकी हत्या

 

आज भारतीय देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मना रहा है। आज लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। देशवाशी भारत के इतिहास की पहली और इकलौती महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 38वीं पुण्यतिथि पर आज उन्हें याद कर रहे हैं। इस मौके पर आज कोंग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और अन्य नेताओं ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नई दिल्ली के शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी।

इंदिरा गांधी का जीवन परिचय 

इंदिरा गांधी का जन्म नवंबर 19, 1917 को जवाहर लाल नेहरू के घर पर हुआ था। इंदिरा ने पुणे विश्वविद्यालय से मेट्रिक पास किया और पश्चिम बंगाल में शांतिनिकेतन से भी थोड़ी शिक्षा हासिल की, इसके बाद वह स्विट्जरलैंड और लंदन में सोमेरविल्ले कॉलेज,ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के लिए गयीं। उन्होंने 1941 में अपने पिता की असहमति के बावजूद भी फिरोज गांधी से विवाह कर लिया था।

शादी से पहले 1938 में वह औपचारिक तौर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुईं थी। स्वतंत्रता के बाद इंदिरा गांधी के पिता जवाहर लाल नेहरु देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे, तब इंदिरा अपने पिता के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गयी थी। तभी से इंदिरा गांधी ने उनके साथ काम करना शुरू कर दिया था। बता दें कि महज 11 वर्ष की आयु में इंदिरा ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ बच्चों की वानर सेना बनाई थी।

1959 में इंदिरा को इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी का प्रेसिडेंट चुना गया था। वो जवाहर लाल नेहरु की प्रमुख एडवाइजर टीम में शामिल थी। 27 मई 1964 को जवाहर लाल नेहरु की मृत्यु के बाद इंदिरा ने चुनाव लड़ने का निश्चय किया और वो जीत भी गयी। उन्हें लाल बहादुर शास्त्री की सरकार में इनफार्मेशन एंड ब्राडकास्टिंग मंत्रालय दिया गया। इसके बाद 11 जनवरी 1966 को लाल बहादुर शास्त्री के ताशकंद में देहांत के बाद अंतरिम चुनावों में उन्होंने बहुमत से विजय हासिल की,और प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला।

आज ही के दिन हुई थी उनकी हत्या 

31 अक्टूबर 1984 के ही दिन ‘आयरन लेडी ऑफ इंडिया’ के नाम से प्रसिद्ध देश की पूर्व प्रधानमंत्री “इंदिरा गांधी” की उनके बॉडीगार्ड सतवंत सिंह और बिंत सिंह द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बॉडीगार्ड सतवंत सिंह और बिंत सिंह ने सवर्ण मंदिर में हुए नरसंहार का बदला लेने के लिए उन्हें गोली मारी थी। उन्होंने इंदिरा गांधी को कुल 31 बुलेट मारकर हत्या की। बता दें यह घटना नयी दिल्ली की सफदरगंज रोड पर हुई थी।

क्यों हुई थी इंदिरा गांधी की हत्या 

दरअलस, जरनैल सिंह भिंडरावाले और उसके सैनिक भारत का बंटवारा करना चाहते थे. उन लोगों की मांग थी कि पंजाबियों के लिए एक अलग देश ‘खालिस्तान’ बनाया जाए। इस मांग को पूरा करवाने के लिए भिंडरावाले और उसके साथियों ने अमृतसर के गोल्डन टेंपल को अपने कब्जे में ले लिया। ऐसे में इंदिरा गांधी ने भिंडरावाले और उसके आतंकी साथियों को मार गिराने के लिए भारतीय सेना को ‘ऑपरेशन ब्लूस्टार’ चलाने का आदेश दिया। इस ऑपरेशन में इंडियन आर्मी ने भिंडरावाले और उसके साथियों को मार गिराया, लेकिन उसी के साथ कुछ आम नागरिकों को भी इस कार्रवाही के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी। इसी ऑपरेशन ब्लूस्टार का बदला लेने के मकसद से इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी।