ICICI बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है। दीपक कोचर को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वित्तीय जांच एजेंसी की मुंबई शाखा ने गिरफ्तार किया है। दीपक कोचर को आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन मामले में गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि ईडी ने इस साल के शुरू में, चंदा कोचर, दीपक कोचर और उनके स्वामित्व एवं नियंत्रण वाली कंपनियों से संबंधित 78 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली थी।
मुंबई: ICICI बैंक की पूर्व MD और CEO चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस लाया गया। उन्हें कल प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने ICICI बैंक-वीडियोकॉन मामले में गिरफ्तार किया था।@ICICIBank pic.twitter.com/GOBQOjyDAa
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एक साल बाद अब ईडी ने दीपक कोचर को किया गिरफ्तार ।
वीडियोकॉन के निदेशक वेणुगोपाल धूत, उनकी कंपनियों (वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड) के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पिछले साल ईडी द्वारा धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) का मामला दर्ज किया गया था। इसके साथ ही ईडी ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की थी। उस कार्रवाई के लगभग एक साल बाद अब ईडी ने दीपक कोचर को गिरफ्तार किया है।
मुंबई: ICICI बैंक की पूर्व MD और CEO चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस से PMLA (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत में ले जाया जा रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उन्हें कल ICICI बैंक-वीडियोकॉन मामले में गिरफ्तार किया था। pic.twitter.com/8QOR1o0fJU
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ये है पूरा मामला।
बता दे यह मामला वीडियोकॉन समूह को बैंक ऋण देने में कथित अनियमितताओं और मनी लांड्रिंग की जांच से जुड़ा है।
जांच के दौरान यह पता चला कि वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (वीआईएल) और उसकी समूह की कंपनियों को मंजूर किए गए 1,730 करोड़ रुपये के ऋण को पुनर्वित्त और नया ऋण दिया गया था और ये ऋण 30 मार्च, 2017 को आईसीआईसीआई बैंक के लिए NPA बन गए।
जांच में ये भी पता चला कि चंदा कोचर की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को स्वीकृत किए गए 300 करोड़ रुपये के कर्ज में से 64 करोड़ रुपये आठ सितंबर, 2009 को दीपक कोचर के स्वामित्व वाली नूपावर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में नूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड) में स्थानांतरित किए गए थे। वीडियोकॉन ने यह रकम कर्ज मंजूर होने के एक दिन बाद स्थानांतरित की थी। इसके बाद इस रकम से दीपक कोचर की कंपनी ने 10.65 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था।