Hindi Newsportal

असद के एनकाउंटर के बाद समाजवादी ने जारी की कई अपराधियों की सूची, कहा ‘यह सब सीएम योगी के स्वजातीय’

0 447
असद के एनकाउंटर के बाद समाजवादी ने जारी की कई अपराधियों की सूची, कहा ‘यह सब सीएम योगी के स्वजातीय’

उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी और अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर के बाद आज समाजवादी पार्टी ने कई 17 अपराधियों की सूची जारी की हैं जिनपर कई मुक़दमे दर्ज हैं। समाजवादी ने ट्विटर पर सूची जारी कर आरोप लगाया कि यह सभी अपराधी अभी तक बचे हुए हैं क्योंकि यह सब सीएम योगी के स्वजातीय हैं।

समाजवादी पार्टी ने ट्विटर पर लिखा कि यह सब क्या योगी जी के खासमखास हैं ? दरअसल ये सब योगी जी के स्वजातीय हैं, इसीलिए अभी तक बचे भी हुए हैं और अपराध भी कर रहे और गिरोह भी चला रहे और हत्या ,बलात्कार ,लूट ,डकैती ,वसूली ,रंगदारी कर रहे नोट – लिस्ट पुरानी है ,लेकिन इसमें ज्यादातर अपराधी भाजपा समर्थित हैं और एक्टिव हैं’

 

 

गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने बीते गुरुवार को उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी और माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का एनकाउंटर कर दिया।  जिसके बाद से विपक्ष के कई नेता सीएम योगी पर फर्जी एनकाउंटर करवाने का आरोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर खूब निशाना साधा।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज (14 अप्रैल) को आंबडेकर जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। इस दौरान कार्यक्रम के सम्बोधन में कहा बाबा साहेब ने संविधान के रूप में हमें अनमोल रत्न दिया। आज संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। एक-एक कर संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। बाबा साहेब ने जो हमें संविधान दिया, उस संविधान को खत्म करने के लिए सरकारें काम कर रही हैं। इसलिए आज संकल्प लेकर जा रहे हैं कि वंचित, शोषित और बहुजन समाज के लोगों को समान और देश के कमजोर लोगों को जो ताकत बाबा साहेब ने दी थी उसको बचाकर आगे बढ़ाएंगे।

इस दौरान अखिलेश यादव ने यूपी के झांसी में हुए असद अहमद और गुलाम के एनकाउंटर पर भी सवाल उठाए। सपा नेता ने कहा कि पहले दिन से बीजेपी चुनाव को देखते हुए एनकाउंटर कर रही है। कई उदाहरण है… मैं बीजेपी से पूछता हूं कि जिस बुलडोजर और अधिकारियों ने ब्राह्मण मां बेटी पर बुलडोजर चला दिया और आग लगा। उन लोगों को मिट्टी में क्यों नहीं मिलाया। क्या आज का भारत यह है कि कमजोर की जान ले लें? क्या संविधान में जो अधिकार है वो नहीं मिलेंगे?