फिल्म निर्देशक कलातपस्वी के. विश्वनाथ का 92 साल में हुआ निधन
बॉलीवुड जगत के लिए शुक्रवार सुबह एक शोक समाचार हैं। कल देर रात फिल्म निर्देशक और और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित कलातपस्वी के विश्वनाथ का निधन हो गया। बीते गुरुवार देर रात कल रात हैदराबाद में 92 वर्ष की आयु उनका निधन हो गया। उम्र संबंधी बीमारियों के चलते उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका निधन भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति है।
फिल्म निर्देशक कलातपस्वी के. विश्वनाथ का कल रात 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। pic.twitter.com/uAMZFnRwiS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 3, 2023
कलातपस्वी के नाम से लोकप्रिय विश्वनाथ का जन्म 1930 में आंध्र प्रदेश में हुआ था। ध्वनि कलाकार के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की उन्होंने 1965 से तेलुगु, तमिल और हिंदी में शंकरभरणम, सागर संगमम, स्वाति मुत्यम सप्तपदी, कामचोर, संजोग और जाग उठा इंसान जैसी 50 फिल्मों का निर्देशन किया। जिसके बाद वह एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता के रूप में लोकप्रिय हुए। 2016 में विश्वनाथ को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार दिया गया।
ध्वनि कलाकार के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करते हुए उन्होंने शंकरभरणम, सागर संगमम, स्वाति मुत्यम सप्तपदी, कामचोर, संजोग और जाग उठा इंसान जैसी पुरस्कृत फिल्मों । उन्हें 1992 में पद्म श्री, पांच राष्ट्रीय पुरस्कार और 20 नंदी पुरस्कार के अलावा लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित 10 फिल्मफेयर ट्राफी भी मिलीं।