कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को एक बयान में पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर शुक्रवार को एक भीड़ द्वारा हमले की निंदा की और मांग की कि भारत सरकार पाकिस्तान द्वारा कार्रवाई और गिरफ्तारी पर जोर दे।
भीड़ का हमला उस तीर्थस्थल पर हुआ जहाँ सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म पाकिस्तान में हुआ था। ख़बरो के अनुसार, ननकाना साहिब में सैकड़ों नाराज निवासियों ने सिख तीर्थयात्रियों को पथराव किया।
“सिख तीर्थयात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा पर निराशा और चिंता व्यक्त करते हुए, सोनिया गांधी ने भारत सरकार से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और किसी भी भविष्य के हमलों को रोकने के लिए पवित्र मंदिर के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को तुरंत उठाने का आह्वान किया। भारत सरकार को एक मामले के तत्काल पंजीकरण, दोषियों के खिलाफ गिरफ्तारी और कार्रवाई के लिए दबाव डालना चाहिए,” बयान में कहा गया है।
Congress President Smt Sonia Gandhi’s statement on the vandalism of Gurudwara Nankana Sahib. pic.twitter.com/RzHq7slWtY
— Congress (@INCIndia) January 4, 2020
बता दे कि कई राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा की हैं, जिसमें भाजपा ने कहा कि हमले से यह स्पष्ट होता है कि सिखों को पाकिस्तान में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) की आवश्यकता पर बल दिया।
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केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पूछा कि क्या सीएए के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन करने वालों को पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के सबूतों की जरूरत है?
वही केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि घटना पाकिस्तान के “असली चेहरे” को उजागर करती है, जहां “अल्पसंख्यकों पर अत्याचार एक वास्तविकता है”।
राहुल गांधी ने शुक्रवार के हमले को निंदनीय करार दिया, और कहा कि कट्टरता के लिए एकमात्र ज्ञात मारक प्रेम, आपसी सम्मान और समझ है।
दिल्ली CM और AAP प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान में ननकाना साहिब पर हुआ हमला एक बेहद कायराना और शर्मनाक घटना है। ननकाना साहिब करोड़ों लोगों के आस्था का केंद्र है। वहां रहनेवाले सिख भाइयों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं हो सकता। पाकिस्तान सख्त कदम उठाए और मुजरिमों को सज़ा दे.”