सितंबर में संसद के जरिए पास किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को आज 6 महीने पूरे हो गए हैं। इसी के चलते किसानों ने आज काला दिवस मनाया है। इस दौरान किसान दिल्ली की सीमाओं पर तीनों विरोध स्थलों पर इकट्ठा हुए और काले झंडे फहराए। साथ ही लोगों से भी उनके समर्थन में काले झंडे फहराने का आग्रह किया। इधर पंजाब सहित कई राज्यों में लोगों ने अपने घर के बहार भी काला झंडा फेहरा कर इस कानून का विरोध किया है।
सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है। गाँव, झोपड़ी व खेतो से लेकर शहरों में भी लोगों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाकर मोदी सरकार का विरोध जताया है।#6MonthsOfFarmersProtest #KisanMajdoorEktaZindabaad #Black_Day_Of_Farmer #Blackdayagainstgovt #BlackDay pic.twitter.com/QcYNj0cmsX
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) May 26, 2021
इन 6 महीनों में किसान ने अपने आप को हर मौसम और हर परिस्थिति में मजबूत रखा है।#6MonthsOfFarmersProtest #KisanMajdoorEktaZindabaad #Black_Day_Of_Farmer #BlackDay pic.twitter.com/KhM7zluzkO
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हाथरस: किसानो ने बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर मनाया काला दिवस।
हाथरस में किसानों ने काला दिवस मनाते हुए आज बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर सरकार की आंखे खोलने की मन्नत मांगी। यही नहीं किसानों ने काले झंडों के साथ साथ हाथों पर काली पट्टी भी बांध कर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। हाथरस की सासनी तहसील में किसानों ने काला दिवस मनाने के दौरान जम कर नारेबाजी की।
सिंघू बॉर्डर पर किसानों ने मोदी सरकार के पुतले जलाकर व काले झंडे लहराकर विरोध प्रदर्शन किया।
जब तक किसानों की मांगें मानी नहीं जटीज़ तब तक आंदोलन चलता रहेगा।#6MonthsOfFarmersProtest #KisanMajdoorEktaZindabaad #Blackdayagainstgovt #Black_Day_Of_Farmer #BlackDay pic.twitter.com/MpyZBgGfVZ
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युवा संघर्ष समिति टोडाभीम, जिला-करौली (राज.) द्वारा किसान आंदोलन के 6 महीने पूर्ण होने पर केंद्र सरकार के लाये गए तीनों काले कानूनों को रद्द करवाने के लिए #Black_Day_Of_Farmer (काला दिवस) मनाया गया। 🌾🌾#StandWithFarmers pic.twitter.com/KOBDeUQbaj
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इधर बिजनौर में भी किसानों ने काला झंडा दिखाकर जहां काला दिवस मनाया तो वही केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका डाला। किसानों का साफ तौर से कहना है कि 6 महीने से किसान लगातार गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानून बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। इसके बावजूद भी केंद्र सरकार द्वारा इस बिल को वापस नहीं लिया जा रहा है। जिसका विरोध करते हुए किसानों ने आज काला दिवस मनाते हुए गढ़ी गांव में केंद्र सरकार का पुतला फूंका और काले झंडे दिखाए।
महाराष्ट्र से लेकर बंगाल, पंजाब से लेकर कर्नाटक। देश के हर कोने में आज नागरिक @narendramodi सरकार का काले झंडे लगाकर और पुतले जलाकर विरोध कर रहे है।#6MonthsOfFarmersProtest #KisanMajdoorEktaZindabaad #Black_Day_Of_Farmer pic.twitter.com/iYJTuYmImw
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क्या कहना है किसान नेता – राकेश टिकैत का ?
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने कहा, “आज हम काला दिवस मना रहे हैं। 6 महीने यहां पर हो गए हैं, लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है। इसलिए हम काले झंडे हाथ में लिए हुए हैं। ये सब शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। बाहर से कोई किसान यहां नहीं आएंगे।”
We're also carrying the tricolour. It has been 6 months now, but Govt is not listening to us. So farmers are putting up black flags. It'll be done peacefully. We're following COVID protocols. Nobody is coming here. People are putting up flags wherever they are: @RakeshTikaitBKU pic.twitter.com/SWbXp3p6tF
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सुरक्षा व्यवस्था है कड़ी।
इसके अलावा दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में किसान द्वारा आज मनाए जा रहे काले दिवस को देखते हुए दिल्ली के कई जगहों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, ग्रेटर कैलाश के SHO ने बताया,”हम सभी गाड़ियों की जांच कर रहे हैं,चाहे वो परमिट गाड़ी भी हो क्योंकि कहीं उस गाड़ी में कोई किसान न जा रहा हो।”
बता दे किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर ही आज आज किसान काला दिवस मना रहे हैं जिसे कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों, समाजवादी पार्टी, एनसीपी और डीएमके समेत 12 प्रमुख विपक्षी दलों ने अपना समर्थन किया था।