नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाटे हुए नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली शराब घोटाला केस की जांच में सहयोग को तैयार हैं मगर उन्हें ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय को गिरफ्तार करने से रोका जाए. न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ आज सुबह मामले की सुनवाई करेगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक नई याचिका दायर कर अपने खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने की मांग की है।
न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अगुवाई वाली खंडपीठ आज सुबह मामले की सुनवाई करेगी।#ArvindKejriwal pic.twitter.com/t0KWvHKCaq
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) March 21, 2024
गौरतलब है कि एक्साइज मामले में ED अब तक अरविंद केजरीवाल को 9 समन जारी कर चुकी है. कल दिल्ली HC में उनके मामले की सुनवाई के दौरान उनके वकीलों ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ED उन्हें गिरफ्तार कर लेगी और अगर उन्हें सुरक्षा दी जाती है तो वे पेश होने के लिए तैयार हैं. दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस सुरेश कुमार कायत की बेंच आज ही इस मामले की सुनवाई करेगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसे वक्त में दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जब आज यानी 21 मार्च को ही ईडी के समन पर उन्हें पेश होना है.
आबकारी नीति मामले में ईडी द्वारा दायर आरोप पत्र में केजरीवाल के नाम का कई बार उल्लेख किया गया है. जांच एजेंसी ने कहा है कि आरोपी 2021-22 के लिए आबकारी नीति बनाने को लेकर अरविंद केजरीवाल के संपर्क में थे. इस मामले में ईडी अब तक ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह, पार्टी के संचार प्रभारी विजय नायर और कुछ शराब कारोबारियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा, “… यह साफ है कि ED एक स्वतंत्र जांच एजेंसी नहीं है बल्कि भाजपा का एक राजनैतिक हथियार है… ED अरविंद केजरीवाल को जांच में भागीदारी के लिए बल्कि उन्हें गिरफ़्तार करने के लिए बुला रही है…भाजपा चाहती है लोकसभा चुनाव में केजरीवाल चुनाव प्रचार न कर पाएं…”