Tamil Nadu: अभिनेता और डीएमडीके प्रमुख कैप्टन विजयकांत का हुआ निधन, पीएम मोदी और राहुल गांधी ने ट्वीट कर व्यक्त किया शोक
तमिलनाडु के प्रमुख राजनेता और डेसियट मूवमेंट डेसियट कोंग्रेस (डीएमडीके) के प्रमुख कैप्टन विजयकांत का आज चेन्नई में निधन हो गया है। पार्टी द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, विजयकांत कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोविड टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई जिसके कारण उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। डीएमडीके प्रमुख 20 नवंबर को भी अस्पताल में भर्ती हुए थे।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “विजयकांत जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज, उनके करिश्माई प्रदर्शन ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया। एक राजनीतिक नेता के रूप में, वह सार्वजनिक सेवा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध थे, जिसने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा।”
Extremely saddened by the passing away of Thiru Vijayakanth Ji. A legend of the Tamil film world, his charismatic performances captured the hearts of millions. As a political leader, he was deeply committed to public service, leaving a lasting impact on Tamil Nadu’s political… pic.twitter.com/di0ZUfUVWo
— Narendra Modi (@narendramodi) December 28, 2023
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अभिनेता और डीएमडीके प्रमुख कैप्टन विजयकांत के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया।
Deeply saddened by the demise of DMDK founder, Thiru Vijayakanth ji.
His contributions to cinema and politics have left an indelible mark on the hearts of millions. My heartfelt condolences to his family and fans during this difficult time.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2023
गौरतलब है कि विजयकांत की फिल्मी जर्नी शानदार रही और उन्होंने कई हिट फिल्में दी और 154 फिल्मों में अभिनय किया। फिल्मों के बाद वो राजनीति में आ गए। उन्होंने डीएमडीके की स्थापना की और विरुधाचलम और ऋषिवंडियम निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए दो बार विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया था।
उनका राजनीतिक करियर तब चरम पर था जब वह 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता बने. हाल के वर्षों में, विजयकांत का स्वास्थ्य खराब रहा जिस कारण उन्हें अस्पताल के चक्कर लगाने पड़े. यही वजह है कि उन्हें सक्रिय राजनीतिक भागीदारी से पीछे हटना पड़ा.