तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रवार को दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात की है। दोनों की बैठक में दोनों देशों के रिश्तों, कोरोना समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने जो बाइडेन से कहा कि यह दशक भारत और अमेरिका के लिए काफी अहम होने वाला है वही अमेरिकी राष्ट्रपति का विजन काफी प्रेरक है।
Meeting @POTUS @JoeBiden at the White House. https://t.co/VqVbKAarOV
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2021
Had an outstanding meeting with @POTUS @JoeBiden. His leadership on critical global issues is commendable. We discussed how India and USA will further scale-up cooperation in different spheres and work together to overcome key challenges like COVID-19 and climate change. pic.twitter.com/nnSVE5OSdL
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2021
गर्मजोशी से मिले दोनों नेता, हुई इन मुद्दों पर बात।
गर्मजोशी से मिले दोनों नेता, हुई इन मुद्दों पर बात।
⬛प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन से कहा, ‘यह दशक कैसा स्वरूप लेता है, इसमें निश्चित तौर पर आपका नेतृत्व महत्पूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत और अमेरिका के बीच और मजबूत मित्रता के लिए बीज बो दिये गये हैं। बाइडन ने कहा कि विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र भारत एवं अमेरिका के संबंधों की नियति ही ‘शक्तिशाल, मजबूत एवं समीप आना’ है।
⬛अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, ‘मैं काफी समय से यह मानता रहा हूं कि अमेरिका-भारत संबंध कई वैश्विक चुनौतियों का हल करने में हमारी सहायता कर सकते हैं। मैंने 2006 में भी यह कहा था कि भारत एवं अमेरिका विश्व के सबसे करीबी संबंधों वाले राष्ट्र होंगे। उन्होंने कहा, ‘आज हम अमेरिका-भारत संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ रहे हैं, साझा प्रतिबद्धताओं के साथ शुरुआत करते हुए हमारे समक्ष पेश कठिनतम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।’
⬛बाइडन ने कहा कि वह और प्रधानमंत्री मोदी विश्व के समक्ष कोविड-19 महामारी एवं जलवायु परिर्वतन की समस्याओं से निबटने की दिशा में क्या प्रयास कर सकते हैं, इस पर चर्चा करेंगे। साथ ही वे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चत करने के लिए अपने शांत भागीदारों के साथ विचार मंथन करेंगे। भारत, अमेरिका एवं विश्व की कई अन्य शक्तियां हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला रखना सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रही हैं। यह चर्चा चीन द्वारा इस क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ाये जाने की पृष्ठभुमि में हो रही है।
⬛अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘निश्चित रूप से हमारी भागीदारी उससे कहीं आगे हैं जितना महज हम कर पा रहे है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित रखने की हमारी उन साझा प्रतिबद्धताओं, विविधता के प्रति हमारी वचनबद्धता, तथा हमारे पारिवारिक संबंधों के बारे में है जिनमें चालीस लाख भारतीय अमेरिकी शामिल हैं, जो प्रति दिन अमेरिका को और मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत हैं।’
⬛उन्होंने ध्यान दिलाया कि अगले सप्ताह विश्व महात्मा गांधी का जन्म दिन मनायेगा। उन्होंने कहा कि विश्व को आज उनके अहिंसा, सम्मान और सहिष्णुता के संदेश की जितनी आवश्यता है, उतनी शायद पहले कभी नहीं थी। इस पर मोदी ने कहा, ‘गांधीजी ट्रस्टीशिप की बात करते थे, जो हमारे ग्रह के लिए आने वाले समय में एक बहुत महत्वपूर्ण अवधारणा है।’
⬛मोदी ने कहा कि भारत अमेरिका के संबंधों में व्यापार एक महत्वपूर्ण पक्ष है और इस क्षेत्र में बहुत कुछ किए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘मैं इस बात से प्रसन्न हूं कि भारतवंशी अमेरिका की प्रगति में सक्रिय योगदान कर रहे हैं।’ मोदी ने 2014 एवं 2016 में बाइडन के साथ हुई बातचीत को याद करते हुए कहा, ‘उस समय आपने भारत एवं अमेरिका के बारे में अपना दृष्टिकोण साझा किया था। मुझे प्रसन्नता है कि आप उस दृष्टकोण को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं।’