संसद में अविश्वास प्रस्ताव हारे पाक पीएम इमरान खान, जाने अविश्वास प्रस्ताव से जुड़ी 10 प्रमुख बातें
पाकिस्तान में सियासी उठा पटक के बीच शनिवार रात को आखिरकार पीएम इमरान खान के अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में हार हो ही गई।अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान इमरान के खिलाफ 174 वोट पड़े । इसके साथ इरान खान पाकिस्तान के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया। साथ ही, पाक संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने वाले इमरान तीसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 1 नवंबर 1989 को पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के ख़िलाफ़ और उसके बाद 2006 में पूर्व प्रधानमंत्री शौक़त अज़ीज़ के ख़िलाफ़ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था।
🔲 Breaking News: Imran Khan loses trust vote as Pakistan PM. Quick analysis with Editor in Chief Saurabh Shukla@isaurabhshukla#ImranKhan #Pakistan #Islamabad #NoConfidenceMotion #PakistanPoliticalCrisis pic.twitter.com/psdPH9W3y1
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) April 9, 2022
10 प्रमुख बातें
- पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 सदस्यों ने मतदान किया। जिसके बाद इमरान खान की सरकार गिर गई।
- पाकिस्तान नेशनल असेंबली के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के मत से पहले इस्तीफा दे दिया।
- इमरान खान ने पिछले हफ्ते अविश्वास प्रस्ताव को खारिश करने की कोशिश की और संसद भंग कर दी थी, लेकिन पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने गुरुवार को आदेश दे दिया कि मतदान शनिवार तक होना ही है।
- किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपने पीएम पद का पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया।
- साथ ही, पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी प्रधानमंत्री और उसकी सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया। पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं।
- पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य थे।
- इमरान खान को अपनी सरकार गिराने के प्रयास को विफल करने के लिए 342 के सदन में 172 वोटों की जरूरत थी।
- पीटीआई के नेतृत्व वाले गठबंधन का गठन 179 सदस्यों के समर्थन से किया गया था, जिसमें इमरान खान की पीटीआई में 155 सदस्य थे, और चार प्रमुख सहयोगी एमक्यूएम-पी, पीएमएल-क्यू, बीएपी और जीडीए में क्रमशः सात, पांच, पांच और तीन सदस्य थे।
- विपक्षी दल ने 8 मार्च को पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
- पीटीआई के अपने प्रमुख सहयोगी एमक्यूएम-पी को खोने के बाद इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। एमक्यूएम ने घोषणा की कि उसने विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के साथ एक समझौता किया है और वह अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगा।