पिछले साल मी टू मूवमेंट ने तूल पकड़ा था. इस अभियान के दौरान फिल्म और मीडिया इंडस्ट्री के जाने-माने सितारों पर उत्पीड़न के आरोप लगे थे. अब एक साल बाद मी टू अभियान को लेकर मशहूर अभिनेता अजय देवगन का बयान सामने आया है.
फिल्मफेयर के साथ एक साक्षात्कार के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या उन लोगों के साथ काम करना सही है जिन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं? अजय देवगन ने कहा- ”आरोपी और दोषी साबित होने के बीच अंतर होता है.”
उन्होंने आगे कहा,” उन लोगों के साथ काम नहीं करना चाहिए जो दोषी साबित हो चुके हैं. लेकिन जो नहीं हुए हैं उनके साथ हम गलत नहीं कर सकते. उनके परिवार के बारे में क्या? मैं एक आरोपी को जानता हूं जिनकी बेटी बहुत परेशान थी, उसने खाना खाना और स्कूल जाना छोड़ दिया था.”
बता दें कि मी टू अभियान के दौरान नामित आरोपियों में से एक आलोकनाथ के साथ काम करने को लेकर अजय देवगन को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया था,जिन पर प्रक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था कि उन्होंने आलोकनाथ के साथ फिल्म की शूटिंग मी टू अभियान में आरोप लगने से पहले पूरी हो गयी थी.
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अजय देवगन ने अभियान में सामने आ रही घटनाओं की निंदा करते हुए अजय ने ट्वीट कर लिखा था- ”#MeToo के तहत जो भी सुनने को मिल रहा है उससे वे परेशान हैं. वे महिलाओं की सुरक्षा में यकीन करते हैं. अगर किसी ने महिला के साथ गलत हरकत की है तो उस शख्स के साथ ना ही मैं और ADF (अजय देवगन फिल्मस) खड़ा होगा.”
I’m disturbed by all the happenings with regards to #MeToo. My company and I believe in providing women with utmost respect and safety. If anyone has wronged even a single woman, neither ADF nor I will stand for it.
— Ajay Devgn (@ajaydevgn) October 12, 2018