भारत

ज़ेरोधा विवाद पर नितिन कामत का जवाब: “₹5 करोड़ की लिमिट सुरक्षा के लिए है”

सोशल मीडिया पर सोमवार को ज़ेरोधा को लेकर एक विवाद शुरू हो गया, जब निवेशक डॉ. अनिरुद्ध मालपानी ने आरोप लगाया कि ब्रोकरेज कंपनी उन्हें अपने ही पैसे निकालने नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि ज़ेरोधा ने उनके अकाउंट से पैसे निकालने की लिमिट ₹5 करोड़ प्रति दिन तय कर रखी है और यह “अन्यायपूर्ण” है।

डॉ. मालपानी ने प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर लिखा, “The Zerodha scam! They don’t allow me to withdraw my own money, saying the daily limit is ₹5 crore. They use my money for free!” इस पोस्ट के बाद मामला तेजी से वायरल हो गया और यूज़र्स ने इस पर जमकर प्रतिक्रिया दी।

नितिन कामत का जवाब

मंगलवार को ज़ेरोधा के सह-संस्थापक और सीईओ नितिन कामत ने खुद इस पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ग्राहक का पेआउट अनुरोध पहले ही प्रोसेस किया जा चुका है और ₹5 करोड़ की लिमिट सिर्फ़ सुरक्षा कारणों से रखी गई है।

उन्होंने लिखा, “आपका पेआउट रिक्वेस्ट कल ही प्रोसेस हो गया था। हर वित्तीय कंपनी की तरह हमें भी अपने सिस्टम की सुरक्षा के लिए कुछ सीमाएं रखनी होती हैं। एक बार पैसे ट्रांसफर होने के बाद उन्हें वापस पाना संभव नहीं होता। इसलिए ₹5 करोड़ से ज़्यादा निकासी के लिए ग्राहक को सपोर्ट टिकट बनाना पड़ता है।”

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

कामत के इस जवाब के बाद कई यूज़र्स ने उनकी पारदर्शिता और तेज़ प्रतिक्रिया की तारीफ़ की। एक यूज़र ने लिखा, “बहुत अच्छा जवाब नितिन, भरोसा बढ़ गया ज़ेरोधा पर।” दूसरे ने मज़ाक में लिखा, “भगवान करे मुझे भी ऐसे प्रॉब्लम हों!” एक और यूज़र ने कहा, “यही है X की ताकत, CEO खुद जवाब देने आते हैं।”

सोशल मीडिया पर इस चर्चा ने दिखाया कि कैसे बड़े ब्रांड्स और ग्राहकों के बीच पारदर्शी संवाद से विवाद भी पेशेवर ढंग से सुलझाए जा सकते हैं।

Show More

न्यूज़ मोबाइल ब्यूरो

"न्यूज़ मोबाइल हिंदी" एक डिजिटल न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म है जो पाठकों को ताज़ा ख़बरें, गहन विश्लेषण और अपडेट सरल हिंदी में उपलब्ध कराता है। यह राजनीति, खेल, तकनीक, मनोरंजन और बिज़नेस जैसे विषयों पर समाचार प्रस्तुत करता है। साथ ही, इसमें फ़ैक्ट चेक (Fact Check) सेक्शन भी है, जिसके ज़रिए झूठी या भ्रामक ख़बरों की सच्चाई सामने लाकर पाठकों को विश्वसनीय और सही जानकारी दी जाती है। इसका मक़सद है—समाचारों के बीच तथ्य और अफ़वाह में स्पष्ट अंतर दिखाना।
Back to top button