भाजपा सांसद और कलाकार हंस राज हंस ने शनिवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ‘एमएनयू’ रखा जाना चाहिए.
दरअसल उत्तर पश्चिम दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हंसराज हंस शनिवार को एक कार्यक्रम में शिरकत करने प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इसी के साथ ही उन्होंने कह डाला कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ‘एमएनयू’ रखा जाना चाहिए.
#WATCH Delhi: BJP's Hans Raj Hans speaks in JNU on Article 370 abrogation. Says "Dua karo sab aman se rahein, bomb na chale…Hamare buzurgon ne galatiyan ki hain hum bhugat rahe hain…Main kehta hoon iska naam MNU kar do, Modi ji ke naam pe bhi to kuch hona chahiye…" (17.08) pic.twitter.com/gejRVIXhZa
— ANI (@ANI) August 18, 2019
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हंस ने कहा, ‘बहुत बड़े-बडे लोगों का जिक्र हुआ. खुशी इस बात की भी है कि कश्मीर अब वाकई जन्नत होने वाली है या जन्नत वापस आ गई है. 370 वाला मामला सबको अच्छा लगा है और दुआ करो कि वहां सब अमन से रहें मोहब्बत से रहें.’
उन्होंने आगे कहा, ‘बम तो ना ही चलें अच्छा ही है, मेरी तो यही दुआ है कि कभी बम ना चलें. बंदा इधर का मरे या उधर का मरे जाता तो एक मां का बेटा ही है. चाहे बाद में परमवीर चक्र दो या धर्मवीर चक्र दो लेकिन एक मां का बेटा वापस नहीं आता है.’
हंसराज हंस यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे बुजुर्गों ने गलतियां की हैं और हम भुगत रहे हैं. ये जेएनयू के जे का भी मतलब है.. उन्हीं की वजह से कुछ हुआ था. मैं तो कहता हूं कि, शायद अजीबोगरीब लगेगा. इसका नाम एमएनयू रख दो, मोदी जी के नाम पे भी कुछ होना चाहिए. जो नामुमकिन था वो उन्होंने मुमकिन कर दिखाया इसलिए कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है.”
आयोजन के बाद, भाजपा सांसद ने मीडियाकर्मियों से बात की और कहा कि यह जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने अतीत में (जम्मू और कश्मीर के संदर्भ में) गलतियाँ की थीं.
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विश्वविद्यालय का नाम बदलने पर उनकी टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा: “मैं पहली बार जेएनयू आया … जेएनयू के बारे में बहुत कुछ सुना है, लेकिन अब मोदी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के कारण बदलाव आए हैं. प्रधान मंत्री मोदी ने राष्ट्र के लिए बहुत कुछ किया है और यह उनके काम के कारण है कि मैंने कहा कि जेएनयू का नाम बदलकर ‘नरेंद्र विश्वविद्यालय’ कर दिया जाना चाहिए.”
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हंस राज के साथ प्रदर्शन करने वाले भाजपा विधायक मनोज तिवारी ने भी इसी तरह की भावनाओं को व्यक्त किया.
तिवारी ने कहा,“हम यहां एक सकारात्मक जेएनयू देख रहे हैं. पिछले दिनों कुछ लोगों ने विश्वविद्यालय में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे दिए थे, लेकिन यह संस्थान समय के साथ विकसित हुआ और बदल गया. हमने छात्रों को ‘वंदे मातरम ’और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए सुना.”
दिल्ली भाजपा प्रमुख ने आगे कहा कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस लेने के लिए कदम उठाएगा.
“मैं कोई अपवाद नहीं हूं, राष्ट्र का हर बच्चा कह रहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है. हम इसे वापस लेने के लिए कदम उठाएंगे, ”उन्होंने कहा।