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लो हो गया तय! इस दिन मनाई जाएगी Diwali, जानें सही तारीख और मुहूर्त

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रोशनी का त्योहार यानि दीपावली, दिवाली हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले बड़ें त्योहारों में से एक है. देश में दीपावली की धूम शुरू हो चुकी है. बाजारों में ग्रहकों की भीड़ और दुकानों पर सजावट और पटाखों की चमक ने देश भर को दिपावली के पहले ही रोशन कर दिया है. Diwali, बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और निराशा पर खुशी की जीत का प्रतीक है, और दिवाली का मुख्य उत्सव लक्ष्मी पूजन है. जिसके लिए लोग धूम-धाम से घरो की तैयारियों में लग जाते हैं. लेकिन जब यहीं तय ना हो कि आखिर दिवाली है किस दिन… या फिर दो दिनों में से तय करना पड़े कि आखिर किस दिन मनाएंगे दिवाली तब क्या होगा.

 

देखिए जैसा कि हम सब जानते हैं कि दिवाली पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाई जाती है. लोग पूजा करते हैं, अनुष्ठानों का पालन करते हैं, अपने घरों को दीयों, रंगोली, गहनों और रोशनी से सजाते हैं, मनोरम मिठाइयों और भोजन का आनंद लेते हैं, नए पारंपरिक परिधान पहनते हैं, और बहुत कुछ करते हैं. लेकिन इस साल यानि 2024 में दिवाली किस तारीख को मनाई जाएगी इसे लेकर काफी कंफ्यूजन क्रिएट हो गई है. इस साल 31 अक्टूबर और 1 नवंबर की तारीख को लेकर यह तय नहीं हो पा रहा था कि आखिर दिवाली किस दिन मनाई जाएगी 31 अक्टूबर या फिर 1 नवंबर.

 

तो अब इस कंफ्यूजन को ज्योतिषाचार्यों ने क्लियर कर दिया है और दिवाली को मनाने की सही तारीख और मुहूर्त तय कर दिया गया है.

 

कब मनाई जाएगी दिवाली?

दरअसल, दिवाली अमावस्या की रात्री को मनाई जाती है. वहीं ज्योतिाषाचार्य बताते हैं कि 31 अक्टूबर 2024 को सूर्योदय के समय पर चतुर्दशी तिथि रहेगी, वहीं इसके बाद दोपहर 03:52 से अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी जो आगले दिन यानि 1 नवंबर को शाम 06:16 बजे समाप्त होगी. तो ऐसे में अमावस्या दो दिन रहेगी. इसके लिए 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी. वह आगे बताते हैं कि, धर्म शास्त्रों के अनुसार प्रदोष काल और अर्धरात्रि दोनों में अमावस्या होने से 31 अक्टूबर को ही दिवाली होगी. 1 नवंबर को प्रदोष काल में केवल कुछ ही मिनट अमावस्या मिलने से लक्ष्मी पूजन का समय नहीं मिलेगा.

 

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं. न्यूज़मोबाइल यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है. इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं. पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. न्यूज़मोबाइल अंधविश्वास के खिलाफ है.
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