कनाडा के साथ चल रहे राजनयिक विवाद के बीच, भारत ने अपने विरोधियों के खिलाफ परमाणु प्रतिरोध को मजबूत करने के लिए इस सप्ताह विशाखापत्नम में शिप बिल्डिंग सेंटर (SBC) में अपनी चौथी परमाणु संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी लॉन्च की है.
देश के दूसरे एसएसबीएन, आईएनएस अरिघात को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 29 अगस्त, 2024 को कमीशन किया था, जबकि तीसरे एसएसबीएन, आईएनएस अरिधमान को अगले साल चालू करने की तैयारी है. इसके अतिरिक्त, 9 अक्टूबर को, सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने भारतीय नौसेना के लिए दो परमाणु-संचालित हमलावर पनडुब्बियों के निर्माण की योजना को मंजूरी दे दी, जिसका उद्देश्य भारत-प्रशांत क्षेत्र में प्रतिरोध को मजबूत करना है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के साथ समुद्री सीमा साझा करने वाले पड़ोसी देशों को एक संदेश में कहा कि समुद्री सुरक्षा एक सामूहिक प्रयास है और बाहरी ताकतों को दरवाजे पर आमंत्रित करने से एकता के प्रयासों को धक्का लगेगा.
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र में शांति बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिक्ता होनी चाहिए. इस प्रयास में भारत के मित्र देशों का सहयोग आवश्यक है, क्योंकि अगर एक भी देश छूट जाता है, तो देश का सुरक्षा चक्र टूट जाता है.