विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में भारत की आतंकवाद के खिलाफ मुहिम, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों की यात्रा और पड़ोसी देशों से संबंधों को लेकर अहम जानकारियां साझा कीं। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत आतंकवाद से लड़ने के अपने संकल्प को पूरी दुनिया में साझा कर रहा है। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि “हम चाहते हैं कि दुनिया आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एक साथ खड़ी हो।”
रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान का नाम लेते हुए कहा कि वह पिछले 40 वर्षों से भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा, “हमें ऐसे देशों को बेनकाब करना होगा और उन्हें जवाबदेह ठहराना होगा।” इसी उद्देश्य से भारत ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाए हैं, जिनमें से तीन पहले ही रवाना हो चुके हैं। ये प्रतिनिधिमंडल दुनिया के 33 देशों का दौरा करेंगे, जिनमें कई देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं या बनने जा रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के बीच बातचीत हुई, जिसमें अफगान मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई और झूठी रिपोर्टों के माध्यम से पैदा की जा रही अविश्वास की कोशिशों को खारिज किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों पर बोलते हुए प्रवक्ता ने साफ कहा कि “बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं चल सकते।” उन्होंने कहा कि भारत केवल उन्हीं मामलों पर चर्चा के लिए तैयार है, जिनमें पाकिस्तान के कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने की बात हो। इसके अलावा सिंधु जल संधि भी तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता।
भारत में रह रहे बांग्लादेश के 2369 अवैध प्रवासियों की पहचान हो चुकी है। इन सभी को बांग्लादेश वापस भेजने के लिए प्रक्रिया चल रही है। इनमें से कुछ की सजा पूरी हो चुकी है जबकि कई मामलों में 2020 से सत्यापन लंबित है। भारत ने बांग्लादेश से इस प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का अनुरोध किया है।
रणधीर जायसवाल ने उम्मीद जताई कि तुर्किये, पाकिस्तान से आतंकवाद को समर्थन देना बंद करने की मांग करेगा। उन्होंने कहा कि “रिश्ते तभी मजबूत हो सकते हैं जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की चिंताओं को समझें।”
उन्होंने बताया कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हाल ही में बातचीत हुई, जिसमें भारत ने पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपना सख्त रुख स्पष्ट किया।
प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान उच्चायोग के दो कर्मचारियों को अवांछित गतिविधियों के चलते भारत छोड़ने को कहा गया है। इनमें से एक पहले ही भारत छोड़ चुका है जबकि दूसरे को 24 घंटे का समय दिया गया।
वाशिंगटन डीसी में इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या की भारत ने कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि राजनयिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की 19-20 मई को हुई नीदरलैंड यात्रा को लेकर मंत्रालय ने कहा कि यह भारत-नीदरलैंड के रिश्तों को और मजबूत करेगी। विदेश मंत्री ने वहां के प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और भारतीय समुदाय से मुलाकात की।
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