मंडी में सील की जाएगी अवैध निर्माण वाली मस्जिद, शिमला के बाद मंडी में हुआ बवाल
हिमाचल प्रदेश शिमला के बाद अब मंडी में भी अवैध मस्जिद की निर्माण को लेकर बवाल मचा हुआ है। यहाँ अवैध मस्जिद के निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठन शुक्रवार को रैली निकाल रहे हैं। मंडी के सदर बाजार में बने इस मस्जिद में अवैध निर्माण की शिकायत को लेकर लोगों ने शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की। बता दें कि कंगना रनौत मंडी से ही बीजेपी सांसद हैं।
मंडी के डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन ने कही यह बात
मंडी में इस जबरदस्त बवाल के बाद मंडी के डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन ने कहा कि अवैध निर्माण पर कार्रवाई होगी। मस्जिद को सील किया जाएगा। उन्होंने कहा कि TCP के तहत परमिशन नहीं थी इसलिए विभाग ने मस्जिद की बिजली और पानी सप्लाई काट दी. अभी मस्जिद को सील नहीं कर रहे हैं, अभी नगर निगम की कारवाई की जा रही है। जमीन का लैंड रिकॉर्ड मस्जिद के नाम है, बस कुछ कब्जा पीडब्ल्यूडी की जमीन पर है, जिसको डिमार्केशन के बाद तोड़ा गया।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा- अवैध निर्माण पर होगी कार्रवाई
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मंडी में अवैध निर्माण की बात सामने आई है। मस्जिद विवाद को लेकर कमेटी बनेगी। यह शांति प्रिय राज्य है, जहां सभी धर्मों का सम्मान होता है। किसी भी धर्म और जाति को ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी। हमारी सरकार कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी। अवैध निर्माण स्वीकार्य नहीं है। लेकिन अवैध निर्माण को लेकर भी कानून के दायरे में कार्रवाई होगी।
सीएम सुक्खू ने कहा कि हम चाहते हैं कि विधानसभा स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर एक समिति बनाए और स्थानीय विवादों का निपटारा करे। स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर एक समिति बनाए जाएगी। बाहर से आकर लोग अवैध निर्माण कर लेते हैं, जिससे लोगों को भी दिक्कत होती है। हिमाचल प्रदेश में प्रदर्शन होते रहते हैं। इनमें कुछ नया नहीं है। हम शिमला मस्जिद मामले में भी कानून के अनुरूप कार्रवाई करेंगे।
कोर्ट में चल रहा है मामला
आपको बता दें कि शिमला में विवाद होने के बाद मंडी में मस्जिद को लेकर मामला उठा। इस मस्जिद को लेकर कोर्ट में भी मामला चल रहा है। लोगों का कहना है कि ये पूरी मस्जिद ही अवैध है जबकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि इस मस्जिद का कुछ ही हिस्सा ही अवैध है। जिसे वो गिराने के लिए तैयार हैं। इस मस्जिद के इस हिस्से को जो अवैध था उसे मुस्लिम समुदाय के लोग गिरा भी चुके हैं।