फैक्ट चेक: स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी पर पड़ी इन दरारों की यह तस्वीर हालिया दिनों की नहीं, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी की एक तस्वीर शेयर की गयी है जिसमें कुछ दरारें भी देखी जा सकती है। इसी तस्वीर को सोशल मीडिया पर हालिया दिनों में शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ‘स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी’ पर दरारें पड़ना शुरू हो गयी हैं।
इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “कभी भी गिर सकती है। दरार पड़ना शुरू हो गयी।”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल तस्वीर हालिया दिनों की नहीं है।
इंटरनेट पर इस तस्वीर के साथ शेयर हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने तस्वीर को गूगल लेंस के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर eltiempo.com नामक वेबसाइट पर अक्टूबर 19, 2018 को छपे एक लेख में मिली। बता दें कि तब स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माणकार्य चल रहा था।
इसके बाद गूगल पर खोजने पर हमें गुजरात पर्यटन की वेबसाइट मिली। जहां जानकारी दी गयी थी कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण पीएम मोदी द्वारा अक्टूबर 31, 2018 को किया गया था।
इसके बाद खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर PIB फैक्ट चेक की ट्विटर पर भी मिला,जहां यह जानकारी दी गयी थी कि यह फोटो वर्ष 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान की है।
सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में दरारें आनी शुरू हो गई हैं और यह कभी भी गिर सकती है।#PIBFactCheck
❌ यह दावा #फर्जी है।
✅ यह फोटो वर्ष 2018 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के दौरान की है pic.twitter.com/RHpYc2Aykj
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 9, 2024
पड़ताल के दौरान हमें मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल तस्वीर हालिया दिनों की नहीं साल 2018 है, जिसे हालिया दिनों में शेयर किया जा रहा है।