सोशल मीडिया पर लड़की के कपड़े पहने एक लड़के की तस्वीर काफी वायरल हो रही है. तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि ”जामिया विश्वविद्यालय में नागरिकता बिल के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने इस शख़्स को पकड़ा है”
वायरल हो रही तस्वीर में दिख रहे युवा को सोशल मीडिया पर जामिया मिलिया विश्वविद्यालय से सम्बंधित बताया जा रहा है. ट्विटर और फेसबुक पर इस तस्वीर को अभी तक 10 हज़ार से ज़ादा बार शेयर किया जा चुका है.
न्यूज़ मोबाइल की टीम ने अपनी पड़ताल में इस तस्वीर को भ्रामक और उसके साथ किये जा रहे दावे को गलत पाया है.
क्या है तस्वीर की सच्चाईं ?
वायरल हो रही तस्वीर को रिवर्स इमेज करने से जो परिणाम हमारे सामने आये उससे पता चलता है कि ये तस्वीर जामिया में चल रहे छात्रों के मौजूदा विरोध से लगभग 3 महीने पहले की है. इंटरनेट पर मौजूद हैडल्समें मीडिया रिपोर्ट नाम की एक वेबसाइट के अनुसार, तस्वीर में दिखाई दे रहे शख्स का नाम ओमर है.
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22 वर्षीय ओमर यमन देश का रहने वाला एक शेख है. ओमर यमन से सोमालिया एक लड़की से मिलने आया था.
रिपोर्ट के अनुसार लड़की के घरवाले जब लड़की को लेकर यमन से सोमालिया आये तो ओमर ने लड़की से मिलने और उसके घरवालों से बचने के लिए लड़की के कपडे पहने थे. लड़की के पिता को जब इसका पता चला तो उन्होंने ओमर को पुलिस के हवाले कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर उसी समय की हैं जब ओमर को सोमालिया पुलिस ने पकड़ा था.
न्यूज़ मोबाइल की पड़ताल में जामिया मिलिया विश्वविद्यालय विरोध के नाम पर वायरल हो रही तस्वीर झूठी साबित हुई.