Cyclone Biporjoy: भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में कोंकण के तटीय इलाके रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदर्ग के अलावा मुंबई, ठाणे व पालघर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ की चपेट में आने की संभावना है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ में बदल गया है. आईएमडी ने संभावना जताई है कि, गंभीर चक्रवाती Biparjoy Cyclone पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर गोवा के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में लगभग 890 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
गंभीर चक्रवाती #BiparjoyCyclone पूर्व-मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर गोवा के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में लगभग 890 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है: IMD pic.twitter.com/6WXnalRAqU
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) June 7, 2023
आईएमडी ने बताया, ‘दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चार किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और एक चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ में तब्दील हो गया. शाम साढ़े पांच बजे यह गोवा से लगभग 920 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, मुंबई से 1050 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से 1130 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और कराची से 1430 किलोमीटर दक्षिण में स्थित था.’ इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
मंगलवार, 06 जून को एमडी वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने अरब सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण पर विवरण देते हुए कहा, “यह आज रात तक एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा… यह तेज हो जाएगा… यह मानसून के बादल के साथ बातचीत कर रहा है. इसलिए, हम निगरानी कर रहे हैं और हम आपको मानसून की स्थिति बता पाएंगे.” केरल में 1-2 दिनों में इसका आगमन होगा.
#WATCH | IMD scientist RK Jenamani gives details on cyclonic circulation over the Arabian Sea; says, "…This will turn into a cyclonic storm by tonight…This will intensify…This is interacting with the monsoon cloud. So, we are monitoring and we will be able to tell you the… pic.twitter.com/lwSpgJVTQa
— ANI (@ANI) June 6, 2023
इस दौरान केरल-कर्नाटक तटों और लक्षद्वीप-मालदीव इलाकों में छह जून और कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर आठ से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. समुद्र में उतरे मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गयी है. आईएमडी ने सोमवार को कहा था कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और इसके गहरा होने से मानसून का केरल तट की ओर आगमन गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है. हालांकि, मौसम विभाग ने केरल में मानसून के आगमन की संभावित तारीख नहीं बताई.