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चमोली में बादल फटने से बाढ़ की चपेट में आए BRO के मजदूर, ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

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उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने के बाद से ही बाढ़ की स्थिति ने एक बार फिर स्थानीय लोगों को परेशान कर दिया है। बादल फटने की घटना के बाद चमोली के नारायणबागर प्रखंड के पंगाटी गांव में सीमा सड़क संगठन (BRO) के लिए काम कर रहे मजदूरों के टेंट भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जानकारी मिलने के साथ ही SDRF की टीम मजदूरों को रेस्क्यू कर रही है और फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बाधित।

इधर बादल फटने की इस घटना के पहले पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे उमा माहेश्वर आश्रम (कर्णप्रयाग) के पास करीब आठ घंटे तक बाधित रहा। फिर एनएच की ओर से रात में मशीनें लगाकर मलबा हटा दिया गया था, लेकिन रात को फिर से पहाड़ी दरकी और यातायात बंद हो गया है।

सीएम ने लिया संज्ञान।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने कहा स्थानीय प्रशासन राहत बचाव कार्य कर रहा है। बादल फटने की घटना से कोई जनहानी नहीं हुई है।

सड़के तब्दील हुई दल- दल में, बचाव कार्य जारी।

आपदा की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। राहत व बचाव का कार्य चल रहा है। सूत्रों की मानें तो भारी बरसात के बाद मची तबाही में अभी तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है। भारी बारिश की वजह से चारों ओर मलबा ही मलबा बिखरा पड़ा हुआ है। सड़कें दल-दल में तब्दील हो गईं हैं।

23 सितम्बर तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी।

मौसम विभाग ने राज्य में 23 सितम्बर तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। सभी पर्वतीय जिलों में मानसून अभी सक्रिय है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, सोमवार को राज्य में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछार व मध्यम बारिश हो सकती है। वही आज देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ में कहीं कहीं तीव्रता के साथ बारिश, कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है।

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