Hindi Newsportal

Bharat Bandh Live: दिल्ली से पंजाब तक 31 जगह रेल ट्रैक पर बैठे किसान; कई जगह रेल सेवा प्रभावित, गाजीपुर-टिकरी बॉर्डर भी जाम

0 31,950

किसान संगठनों द्वारा आज देश में किसान कानून के विरोध में बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा है और ये असर एक जगह नहीं बल्कि व्यापक है। खासकर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में तो प्रदर्शन से व्यवस्था चरमरा रही है। इसी क्रम में प्रदर्शनकारी किसानों ने आज कृषि कानूनों का विरोध करते हुए एक बार फिर दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर जाम कर दिया है। इतना ही नहीं दिल्ली के आसपास पंजाब और हरियाणा में तो 32 लोकेशन पर किसान रेल पटरियों पर ही बैठ गए।

4 शताब्दी ट्रेनें कैंसल।

किसानों के रेल पटरियों पर इस तरह धरने और प्रदर्शन से रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसी स्तिथि को देखते हुए रेलवे ने एहतियात के तौर पर 4 शताब्दी ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है।

क्या है अन्य जगहों का हाल ?

देश के कई अन्य हिस्सों में आंदोलन की वजह से सड़क परिवहन प्रभावित है। साथ ही कुछ जगहों पर बाजार भी बंद हैं। हालांकि, किसान संगठनों के ऐलान के मुताबिक, पांच चुनावी राज्यों में यह बंद नहीं होगा।

शाम छह बजे तक चलेगा बंद, सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकी जाएगी।

संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक देश भर में राष्ट्रव्यापी बंद 26 मार्च को सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा जो दिल्ली की तीन सीमाओं-सिंघू, गाजीपुर और टीकरी पर किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर किया जा रहा है। मोर्चे के नेता दर्शनपाल ने एक वीडियो संदेश की माने तो बंद के दौरान सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकी जाएगी।

अंबाला में किसानों ने जाम किया रेलवे ट्रैक, फंसे बड़ी संख्या में यात्री।

अंबाला में भी किसानों ने रेल ट्रैक जाम कर दिया है। इसके चलते करनाल रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्री फंस गए हैं।

फतेहाबाद-चंडीगढ़ मार्ग भी किसानों ने रोका।

इसके अलावा कई शहरों में किसानों ने जिलों को जोड़ने वाली सड़कों को बंद कर दिया है। लोगों को छोटे लिंक रोड्स के जरिए सफर करना पड़ रहा है। फतेहाबाद-चंडीगढ़ मार्ग भी किसानों ने रोक दिया है।

मुजफ्फरपुर में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर अपना विरोध जताया।

हम वार्ता के लिए 24 घंटे तैयार हैं: किसान नेता।

यहाँ जानें LIVE अपडेट्स –

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.