फैक्ट चेक: कांग्रेस की चिंतन शिविर की तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ किया वायरल
सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की मीटिंग एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एक पंडाल में बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी पंडाल की छत को हरे तथा सफ़ेद रंग के कपड़े से सजा हुआ देखा जा सकता है। वहीं एक कालीन को नीचे बिछा हुआ देखा जा सकता है, यही कालीन तस्वीर में कथित तौर पर केसरी रंग की दिख रही है। इसी तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने इस पंडाल को तिरंगे का रूप देने के चक्कर में जानबूझ कर केसरी रंग (भगवा) को जमीन पर नीचे रखा दिया है।
फेसबुक पर इस तस्वीर को शेयर कर यूज़र्स द्वारा लिखा जा रहा है कि,” कांग्रेस के चिंतन शिविर में ये तस्वीर सच में चिंतन करने लायक है। हरा और सफ़ेद ऊपर और केसरिया (भगवा) पैरो में। अगर तिरंगे का ही रूप देना था तो केसरिया ऊपर होता, सफ़ेद दीवारें होती और ज़मीन पर हरा होता। ख़ैर चिंतिन शिविर अपनी चिता सजा रहा है। भगवे को जानबूझकर जमीन पर बिछाया है पैर रखने के लिए। भाजपा का विरोध चलेगा लेकिन भगवा का अपमान नही चलेगा ”
फेसबुक पोस्ट के लिंक को यहाँ देखें।
बता दें हाल ही कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया था। इस दौरान शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, सांसद राहुल गांधी समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजद रहे थे। इसी के बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हुई।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला की वायरल दावा भ्रामक हैं।
वायरल दावे की सच्चाई जनन्ने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले हाल ही राजस्थान में हुए कांग्रेस पार्टी के चिंतन शिविर की फोटो को खंगालने के लिए कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल्स को खंगलना शुरू किया। जिसके बाद हमें राजस्थान कांग्रेस के फेसबुक पर वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक दूसरी तस्वीर प्राप्त हुई। जहां वायरल तस्वीर जैसा दिखने वाला पंडाल ही दिख रहा है। लेकिन यहां भगवा यानी केसरी रंग नीचे नहीं बल्कि ऊपर सफ़ेद और हरे रंग के साथ ही दिखाई दे रहा है। इसके अतरिक्त यहाँ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी मंच पर खड़े होकर सामने बैठे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिखाई दे रही हैं।
वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी के लिए हमने कई अन्य दिग्गज कांग्रेस नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। जिसके बाद हमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के फेसबुक प्रोफाइल पर वायरल वायरल तस्वीर से मेल खाती एक और तस्वीर मिली, जहां वायरल तस्वीर वाले दृश्य को बखूबी देखा जा सकता है, लेकिन यह तस्वीर दूसरे एंगल से ली गयी थी।
गौर करने पर हमने पाया कि पंडाल की छत पर सिर्फ सफ़ेद और हरे रंग के ही नहीं बल्कि तिरंगे के तीनों रंग के कपड़े लगे हुए हैं। इसके साथ ही उपरोक्त प्राप्त तस्वीर में देखा जा सकता है कि जमीन पर वह कालीन भी बिछी हुई हैं जिसकी मदद से वायरल तस्वीर के साथ केसरी रंग को कथित तौर पर जमीन पर होने का दावा किया गया था।
इसके बाद हमें कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर इस कार्यक्रम की कुछ अन्य तस्वीरें प्राप्त हुई। जिन पर गौर करने पर हमने पाया कि की कार्यक्रम के पंडाल में की छत पर तिरंगे के तीनों रंग का कपड़ा लगा हुआ है वहीं जमीन पर बिछी कालीन का रंग लाल है।
United, reformed, rejuvenated, and stronger; the Congress has a Nav Sankalp.
Visuals from Shri @RahulGandhi's valedictory address at the concluding session of the #NavSankalpShivir. pic.twitter.com/abOzU7BQYE
— Congress (@INCIndia) May 15, 2022
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल दावा भ्रामक है, कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में स्थल पर केसरी रंग की कालीन को जमीन पर नहीं बिछाया गया। पंडाल की छत पर लगे कपड़ों में तिरंगे के तीनों रंग मौजूद हैं। जबकि जमीन पर बिछी कालीन का रंग लाल है जिसे वायरल दावे में केसरी बताया जा रहा है।