कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद एक बड़ी खबर सामने आ रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव सितंबर 2022 में हो सकता है। हालांकि अभी इसका आधिकारिक एलान होना बाकी है। बता दें कि शनिवार को नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई। इस बैठक में सोनिया गांधी काफी नाराज दिखीं और कांग्रेस पार्टी में स्थायी अध्यक्ष की मांग कर रहे जी-23 नेताओं को फटकार लगा दीं।
Under the leadership of Congress President Smt. Sonia Gandhi, the Congress Working Committee meeting begins, at the AICC HQ, New Delhi. pic.twitter.com/DplSib5qhW
— Congress (@INCIndia) October 16, 2021
जी-23 के नेताओं को सोनिया गांधी का करारा जवाब, कहा- मीडिया के जरिए बात करने की जरूरत नहीं, मैं ही फुलटाइम प्रेसिडेंट।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक के दौरान पार्टी के ‘जी 23’ समूह के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं और उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं हैं।
Congress Working Committee meeting | I've always appreciated frankness. There is no need to speak to me through the media. So let us all have a free&honest discussion. But what should get communicated outside four walls of this room is collective decision of CWC: Sonia Gandhi
— ANI (@ANI) October 16, 2021
इस वजह से हुई चुनाव में देरी।
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि मुझे आप पूर्णकालिक अध्यक्ष ही मानिए। उन्होंने कहा कि वह अध्यक्ष पद के लिए जल्द चुनाव कराना चाहती थी, मगर कोरोनावायरस की वजह से इसमें देरी हुई। पिछले दिनोें कांग्रेस में पार्टी अध्यक्ष को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसमें उनसे पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए CWC की बैठक बुलाने की मांग की गई थीं।
सोनिया गांधी ने भाजपा पर किया हमला।
बैठक में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना भाजपा की मानसिकता को दिखाती है कि वो किस तरह किसान आंदोलन को देखती है। तीनों काले कानून को निरस्त करने के लिए किसान सड़क पर संघर्ष कर रहा है, लेकिन सरकार को उसकी चिंता नहीं है। इसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए। सोनिया ने कहा कि जम्मू-कश्मीर दो साल से केंद्र शासित प्रदेश रहा है, लेकिन यहां हो रहे आतंकवादी हमले के लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार है। वहीं, विदेश नीति चुनावी लामबंदी और ध्रुवीकरण का हथियार बन गई है।
Economy continues to be a cause of great concern in spite of govt propaganda to make us believe that it's not. As we all know, only answer Govt seems to have for economic recovery is selling off national assets: Congress interim president Sonia Gandhi at CWC
— ANI (@ANI) October 16, 2021
मनमोहन सिंह व दिग्विजय सिंह समेत पांच नेता अनुपस्थि।
बात दे कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बीमारी के चलते हिस्सा नहीं ले रहे हैं।