कोरोना वायरस के दो टीकों को पिछले दिनों मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकार ने टीकाकरण पर देशवासियों को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने बताया है कि वह मंजूरी मिलने के 10 दिनों के भीतर टीके को रोलआउट करने के लिए तैयार है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को बताया कि कोरोना के मामलों में कमी की वजह से देश में स्वास्थ्य ढांचे पर बोझ पहले से काफी कम हुआ है।
भारत ने पिछले 7 दिनों में प्रति मिलियन केवल 96 नए मामले दर्ज किए हैं और 1 मृत्यु दर्ज की है।
#COVID19 #Unite2FightCorona pic.twitter.com/t7tFxz3hrS— Ashwini Kr. Choubey (@AshwiniKChoubey) January 5, 2021
क्या कहा स्वास्थय सचिव ने?
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ”इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलने के 10 दिनों के भीतर हम वैक्सीन को रोल आउट करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, अंतिम फैसला सरकार को करना होगा।” बता दे डीसीजीआई ने पिछले हफ्ते सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी थी।
सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगा टीका।
गौरतलब है कि स्वास्थय मंत्री पहले ही देश में ये एलान कर चुके है कि सबसे पहले टीका यानी वैक्सीन देश के कोरोना वारियर्स / फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगी।
In terms of the Indian study, 1600 participants of age group more than 18 years were recruited, there immunogenicity data is being generated.
Interim analysis says COVISHEILD is safe & the data shows that it is inferior to the UK product: @ICMRDELHI, DG pic.twitter.com/48x7BLiSWD
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) January 5, 2021
फ्रंट लाइन वर्कर्स को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं – राजेश भूषण।
टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए, स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को खुद को लाभार्थी के रूप में रजिस्टर्ड करने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि उनका डेटा एक थोक डेटाबेस में स्टोर किया गया है। राजेश भूषण ने ये भी कहा कि, ”जब हम जनसंख्या प्राथमिकता समूह में आएंगे, तो डेटा के रजिस्ट्रेशन या एडिटिंग के प्रावधान का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक रूप से सेशन आवंटन की अनुमति देता है और तो और यह प्रक्रिया डिजिटल होगी।”
हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविन प्लेटफॉर्म(वैक्सीनेशन के लिए) पर अपना पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी, उनका डाटा पहले ही रिकॉर्ड किया जा चुका है: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण #COVID19 pic.twitter.com/YcQSKVrVOG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2021
कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए बना है एप।
बता दें स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन वितरण की निगरानी, डाटा रखने और लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए पंजीकृत करवाने के लिए कोविन (Co-WIN App) नाम से एक ऐप बनाया है। देश के नागरिक जो हेल्थ वर्कर्स नहीं हैं उन्हें कोवैक्सीन के लिए CoWIN ऐप को गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड करना होगा। ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।