महाराष्ट्र में बाढ़ का कहर जारी है. भारी बारिश के कारण पुणे मंडल में शनिवार को 30 लोगों की मौत हो गई और 10 लापता हो गए.
पुणे में संभागीय आयुक्त कार्यालय के एक अपडेट से पता चला है कि 30 की मौत हो गई, 10 लापता थे और पुणे संभाग के पांच जिलों में बाढ़ के कारण चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
बाढ़ और भूस्खलन के कारण डिवीजन में 200 से अधिक सड़कें और 94 पुल बंद हो गए हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित कोल्हापुर और सांगली का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, प्रादेशिक सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय सेना की 85 टीमें वर्तमान में बचाव के प्रयासों के लिए सांगली और कोल्हापुर जिलों में तैनात हैं.
#Maharashtra: Flood-water receding in Shiroli village, in Kolhapur district, relief operations underway pic.twitter.com/lVrALXOwYp
— ANI (@ANI) August 11, 2019
साथ ही सांगली, कोल्हापुर और सतारा जिलों में 300 से अधिक चिकित्सा दल काम कर रहे हैं.
भारतीय मौसम विभाग ने पुणे संभाग के सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर जिलों में सोमवार से हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है.
Maharashtra: National Disaster Response Force (NDRF) personnel carry out rescue & relief operations in Sangli district. #MaharashtraFlood pic.twitter.com/uKKuvG4VZu
— ANI (@ANI) August 11, 2019
महाराष्ट्र के कुछ जिलों में भी बाढ़ का प्रकोप है और वहां से करीब 27 लोगों की मौत की खबर है, कहा जा रहा है कि अभी कई और दिनों तक भीषण बारिश होने की आशंका है.
महाराष्ट्र में चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बाढ़ की सबसे अधिक मार झेलने वाले सांगली और कोल्हापुर जिलों में पानी घटने लगा है.
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देश के दक्षिणी राज्य कर्नाटक और केरल में भारी बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में बाढ़ आई हुई है. बताया जा रहा है कि कर्नाटक सरकार ने शनिवार को 17 जिलों में 80 तालुकों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया। बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है तथा हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
वहीं केरल में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है,भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन से करीब 83 लोगों की मौत हो गयी. केरल के मलप्पुरम के कावलप्परा और वायनाड के मेप्पाडी केपुथुमला में बड़े भूस्खलनों के बाद कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग ने वायनाड, कन्नौर और कसारगोड जिलों में वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है.
Due to flooding, land slides and trees & boulders falling on railway tracks caused by heavy rains, and consequent disruption of rail traffic, following changes have been made in train services in #Kerala. pic.twitter.com/QU44G6Kn2O
— ANI (@ANI) August 11, 2019
दक्षिण रेलवे ने 23 ट्रेनें पूर्णरूप और पांच ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दीं. कोची हवाई अड्डे के एक अधिकारी के अनुसार उड़ान संचालन रविवार को बहाल होगा जिसे हवाई अड्डे पर पानी भर जाने से रोक दिया गया था.