पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से मंदसौर जिले के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है, जिसमें श्रद्धालु पशुपतिनाथ मंदिर भी शामिल हैं, जिससे प्रशासन को लगभग 3,000 लोगों को राहत केंद्रों में स्थानांतरित करना पड़ा.
मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है, में गुरुवार देर रात पानी भर गया, जिससे मंदिर का पवित्र स्थल भी कई फ़ीट पानी के नीचे चला गया.
Madhya Pradesh: Flood-water enters Pashupatinath Temple in Mandsaur. Several parts of Mandsaur district are flooded following heavy rainfall. SP Hitesh Chaudhary says, “People from waterlogged & flooded areas have been shifted, admn has arranged food & accommodation for them.” pic.twitter.com/ciQGO7xDWo
— ANI (@ANI) August 16, 2019
राहत कार्यों की जानकारी देते हुए, मंदसौर के पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने कहा, “जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्रों के लगभग 3,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है. प्रशासन ने उनके लिए भोजन और आवास की व्यवस्था की है.”
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उन्होंने कहा कि कोतवाली क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है. नारायणगढ़ और दलोदा क्षेत्रों से जल-निकायों के अतिप्रवाह की रिपोर्टें आई हैं.
चौधरी ने कहा, “कुछ क्षेत्रों में, बाढ़ के पानी में कुछ ही घंटों में कमी आ गई और लोग अपने घरों को लौट गए.”
उन्होंने कहा कि पूरे जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और रतलाम और इंदौर से राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की विशेष टीमों को सेवा में लगाया गया है.