फैक्ट चेक: क्या कांग्रेस नेता ने मध्यप्रदेश में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगाने से रोके जाने पर पुलिस से की बदसलूकी ? जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक पुलिसकर्मी और कुछ लोगों के बीच बाद विवाद का एक वीडियो वायरल है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश में एक कांगेसी नेता ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया। नारे पर आपत्ति जताने पर नेता ने पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता की।
फेसबुक यूजर लिखते हैं कि ,’मध्यप्रदेश के एक कांग्रेसी नेता को पाकिस्तान जिंदाबाद नारा लगाने से रोकने वाले पुलिस कर्मियों की हालत खराब कर दी बेचारे को जान से मारने की धमकी देने लगे ये लोग, सोचो अगर देश में और राज्य में अगर गलती से भी कांग्रेस आ गई तो पूरे देश में हाहाकार मच जायेगा, आज ये धमकी देने से नहीं डरते कल क्या से क्या नहीं कर सकते आप सोच भी नहीं सकते।’
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
वायरल दावे का सच जानने के लिए कुछ कीवर्ड की सहायता से गूगल पर सर्च करने के दौरान हमें ANI न्यूज एजेंसी द्वारा साल 2022 में किया गया एक ट्वीट मिला।
During patrolling near Tayyab Masjid area yesterday, police constable noticed a gathering. One Asif Mohd Khan, father of Congress MCD Counselor candidate Ariba Khan along with his supporters was addressing the gathering using loud hailer: Delhi Police
(Screengrab of viral video) pic.twitter.com/ownec4cHMs
— ANI (@ANI) November 25, 2022
इस ट्वीट में वायरल हो रहे वीडियो के स्क्रीनशॉट मौजूद हैं। ट्वीट के जरिए दी गई जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मी से बहस करते नेता दिल्ली के एमसीडी काउंसलर के उम्मीदवार अरीबा खान के पिता आसिफ मोहम्मद हैं। मौके पर उनके कुछ सपोर्टर्स भी मौजूद थे।
ट्वीट के अनुसार तेज नारेबाजी और भीड़ को देखते हुए जब दिल्ली पुलिसकर्मी ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो वह बदसलूकी पर उतर आए। बाद में दिल्ली पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। रिपोर्ट के अनुसार रैली के लिए इजाजत नहीं ली गई थी।
कुछ अन्य कीवर्ड की सहायता से गूगल सर्च करने पर हमें इंडिया टुडे द्वारा 26 नवंबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिसकर्मी से अभद्रता मामले में पूर्व कांग्रेस विधायक मोहम्मद आसिफ को गिरातर किया गया।
इस तरह हमारी पड़ताल से था साबित हो जाता है की वायरल वीडियो मध्यप्रदेश का नहीं है। यह वीडियो साल 2022 का है और दिल्ली का है। अब इसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।