पटना: वेब सीरीज “खाकी: द बिहार चैप्टर” की रिलीज के बाद प्रमुखता से उभरे बिहार के आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि कथित रूप से सरकारी पद पर रहते हुए नेटफ्लिक्स के साथ एक वाणिज्यिक समझौते के बाद बिहार की विशेष निगरानी इकाई (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) ने अमित लोढ़ा पर केस दर्ज करा दिया है जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, लोढ़ा पर आईपीएस अधिकारी के पद पर रहते हुए प्रोडक्शन हाउस फ्राइडे स्टोरीटेलर्स के साथ सौदा करने के लिए स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करके वित्तीय लाभ के लिए अपने पद का उपयोग करने का आरोप है.
बयान में कहा गया है कि विभाग द्वारा जांच के दौरान लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए, जिसके आधार पर सात दिसंबर को विशेष सतर्कता इकाई द्वारा आईपीसी की धारा 120 बी और 168 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
मामले की आगे की जांच पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की जाएगी.
2 नवंबर 2018 को अमित लोढ़ा और फ्राइडे स्टोरीटेलर्स के बीच एक रुपए में करार तो हुआ, लेकिन उनके खाते में 12,372 रुपए आए. यह रकम छोटी है, लेकिन लोकसेवक के लिए इस तरह की राशि लेना अपराध है. इसके अलावा, आरोप है कि लोढ़ा ने स्थापित कहानीकार नहीं होते हुए भी बगैर अनुमति के न केवल किताब लिखी, बल्कि प्रोडक्शन हाउस से इस किताब पर ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ बनाने के लिए पत्नी कौमुदी लोढ़ा के जरिए 49,62,372 रुपए अर्जित किए.
(एएनआई इनपुट्स के साथ)