अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के कश्मीर पर मध्यस्थता संबधी बयान के बाद से ही जहां विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है वहीं सरकार का इस मामले पर कहना है कि ऐसा कभी भी नहीं हुआ और ये ट्रंप इस मामले पर गलत बोल रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप का दावा सही है तो पीएम मोदी ने भारत के हितों के साथ दगाबाजी की है.
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और पीएम मोदी को ट्रम्प द्वारा किये गए दावों पर अपना पक्ष आगे रखना पड़ेगा.
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने को कहा है! अगर ये सही है, तो पीएम मोदी ने भारत के हितों और 1972 के शिमला समझौते के साथ धोखा किया है. एक कमजोर विदेश मंत्रालय का खंडन ही काफी नहीं है. पीएम को राष्ट्र को बताना चाहिए कि ट्रंप और उनके बीच बैठक में क्या हुआ था.’
President Trump says PM Modi asked him to mediate between India & Pakistan on Kashmir!
If true, PM Modi has betrayed India’s interests & 1972 Shimla Agreement.
A weak Foreign Ministry denial won’t do. PM must tell the nation what transpired in the meeting between him & @POTUS
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 23, 2019
वहीं राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ट्रम्प द्वारा किये गए दावों में कोई सच्चाई नहीं है और पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प से इस तरह की कोई मांग नहीं रखी है. विदेश मंत्री ने साफ किया कि भारत का लगातार यह पक्ष रहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता ही होगी. पाकिस्तान के साथ किसी भी बातचीत की शर्त ये है कि सीमा पार से आतंकवाद बंद हो.
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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को हैरानी जतायी कि भारत सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति को झूठा कहेगी या फिर इस विवाद में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को लेकर भारत ने अपनी स्थिति बदल ली है.
गौरतलब है कि भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रम्प द्वारा इस संबंध में दावा किए जाने के कुछ ही देर में उसे सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि उसका रूख हमेशा से यही रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच मुद्दे द्विपक्षीय तरीके से सुलझाए जाएंगे.