तालिबान के पूरे अफगानिस्तान में कब्ज़ा किये जाने के बाद उसने काबुल में उत्पन्न संशय की स्थिति को शांत करने की कोशिश है. तालिबान ने मंगलवार को घोषणा की है कि अफगानिस्तान से किसी भी देश को कोई खतरा नहीं होगा क्योंकि समूह ने अधिकांश पश्चिमी सैनिकों के चले जाने के साथ अपनी लोकतांत्रिक सरकार के तेजी से पतन के बाद संघर्षग्रस्त देश की कमान संभाल ली है.
हालांकि, न्यूज़मोबाइल संपादक सौरभ शुक्ला का कहना है कि कथनी और करनी में बहोत फर्क होता है और तालिबान जो आज अपना रूप दिखा रहा है क्योंकि उसको पूरी दुनिया से मान्यता चाहिए। लेकिन हमने इससे सावधान रहना है.
ABP न्यूज़ की एक डिबेट में भाग लेते उन्होंने आगे कहा की पाकिस्तान और चीन तालिबान के साथ मिलकर भारत को नुक्सान पंहुचा सकते है इसीलिए भारत को इससे सावधान रहना होगा।
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