जम्मू-कश्मीर में राज्य के पुनर्गठन और प्रदेश को विशेष दर्जा देने वाले प्रावधानों (अनुच्छेद 370) को हटाए जाने के बाद अब घाटी में हालात सामान्य होते नज़र आ रहे हैं.
खबर के मुताबिक राज्य प्रशासन ने प्रदेश के सभी स्कूलों-कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों को सोमवार से खोलने का निर्देश जारी कर दिया है। वहीं, सूत्रों के अनुसार सरकारी कार्यालय और सचिवालय शुक्रवार से कामकाज शुरू कर देंगे.
इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से लैंडलाइन सेवा और मोबाइल सेवा भी बहाल कर दी जाएगी.
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राजभवन के एक सूत्र ने बताया कि प्रदेश में सार्वजनिक प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला जुमे की नमाज के बाद की स्थिति को ध्यान में रखकर लिया जाएगा। इसके साथ ही स्वतंत्रता दिवस के दौरान प्रदेश की स्थिति की समीक्षा के बाद प्रशासन ने यह फैसला लिया है.
12 अगस्त को बकरीद का त्यौहार सकुशल संपन्न हो गया था. 12 अगस्त को घाटी से जो तस्वीरें आईं वो उत्साहजनक थीं. आम लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत भी दी गई थी.
15 अगस्त को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तिरंगा फहराने के बाद कश्मीरियों की पहचान पर कोई खतरा नहीं है. कुछ लोग इस संबंध में अफवाह फैला रहे हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
घाटी के ज्यादातर इलाकों में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने से पहले धारा 144 लागू की गई थी. इसके साथ ऐहतियात के तौर पर कुछ इलाकों में कर्फ्यू भी लागू है. हालात का जायजा लेने के लिए एनएसए अजीत डोभाल भी पिछले कुछ दिनों से लगातार घाटी में सुरक्षा स्थिति पर नज़र रख रहे हैं.