मध्यप्रदेश के गुना जिले में पुलिस की बर्बरता ने अपनी सारी हदें पार कर दी जिसके बाद एक किसान दंपति ने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। दरअसल पुलिस किसान द्वारा ज़मीन पर किये गए अवैध कब्ज़े को हटाने पहुंची थी जिसके बाद किसान ने पुलिस से फसल कट जाने तक रुकने के लिए कहा।पुलिस नहीं मानी तो उन्होंने खेत में ही कीटनाशक पी लिया।
जानकारी के अनुसार, सरकारी पीजी कॉलेज की जमीन पर राजकुमार अहिरवार लंबे समय से खेती कर रहा था। मंगलवार दोपहर अचानक गुना नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता एसडीएम के नेतृत्व में यहां पहुंचा और राजकुमार द्वारा बोई गई फसल पर जेसीबी चलवाना शुरू कर दिया। किसान ने कहा कि उसने 4 लाख रुपए का कर्ज लेकर बोवनी की है। अब फसल अंकुरित हो आई है। इस पर बुल्डोजर न चलाया जाया। मेरे परिवार में 10-12 लोग हैं। अब मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है। आत्महत्या कर लूंगा।
पुलिस का कहना है कि वह दोनों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाने लगी तो किसान के भाई ने एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का दे दिया। इसके बाद पुलिस ने पहले तो किसान को पीट-पीट कर बेसुध कर दिया। उसे बचाने आई पत्नी और बच्चों को भी नहीं छोड़ा। महिला के कपड़े तक फाड़ डाले। पुलिस की बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
बता दें कि राजकुमार की नहीं सुनी गई तो उससे देखा नहीं गया और वह खेत में बनी झोपड़ी में गया। वहां बोतल में रखा कीटनाशक पी लिया। पति को जहर पीता देख उसकी पत्नी ने भी कीटनाशक पी लिया। फिलहाल पत्नी कि हालत नाज़ुक बनी हुई है। वही मां-बाप की हालत देखकर बच्चे बिलख रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मियों को दया तक नहीं आई।
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वीडियो वायरल होने के बाद राजनैतिक गलियारों में कोहराम मच गया।
हमारी लड़ाई इसी सोच और अन्याय के ख़िलाफ़ है। pic.twitter.com/egGjgY5Awm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2020
कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही ग़रीबों और किसानों की लड़ाई में उनका साथ दिया है।
—शिवराज सरकार के इस अमानवीय कृत्य ने बीजेपी की तानाशाही को बेनक़ाब किया है।
“ये लड़ाई शिवराज सरकार के अंत का आरंभ है” https://t.co/AxZjpqAcAb
— MP Congress (@INCMP) July 16, 2020
पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर निशाना साधा।
बड़े दुख की बात है कि आज मध्यप्रदेश की पहचान दलितों पर अत्याचार से होने लगी है। ये सरकार 'सौदे की सरकार' है जो घटना घटी वह बहुत दुखद है, इस सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है: गुना में हुई घटना पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ pic.twitter.com/qV3swS8zMe
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) July 16, 2020
मामले के संज्ञान के बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर के ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया जिसके बाद तुरंत अधिकारियों पर कार्यवाही की गयी .
गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए है। @ChouhanShivraj https://t.co/zrehxYZV0n
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 15, 2020
The Guna SP and Collector have been removed, and inquiry has been sought into the incident. I am confident that action will be taken against all those who are responsible for this heinous act. https://t.co/3D05PIuVkC
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 16, 2020
घटना के बाद गुना के एसपी और कलेक्टर को हटाने के आदेश दिए जबकि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना में उच्चस्तरीय जांच का ऐलान कर दिया।
.@INCIndia ने हमेशा से गरीबों और किसानों को छला है। गरीबी हटाओ का नारा देकर दशकों तक राज किया और देश में गरीबों की संख्या बढ़ती चली गई। किसानों को कर्ज माफी का वचन देकर मध्यप्रदेश में 15 महीने सरकार चलाई, लेकिन वादा भूल गई। गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर हमने तुरंत एक्शन लिया है। https://t.co/YrjqlJDg5e
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) July 16, 2020