देश के हर राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों को टोल टैक्स चुकाने के लिए सरकार फास्टैग (FASTag) को अनिवार्य बनाने जा रही है. पहले यह सेवा 1 दिसंबर यानि कल से लागू होनी थी लेकिन अब समय सीमा बढ़ा कर 15 दिसंबर कर दी है.
क्या है फास्टैग ?
फास्टैग सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय और NHAI की पहल है. यह एक रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान टैग है, जो गाड़ियों के आगे के शीशे पर लगता है. यह रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का उपयोग करता है। जब फास्टैग की मौजूदगी वाला वाहन टोल प्लाजा से गुजरता है तो टोल टैक्स फास्टैग से जुड़े प्रीपेड या बचत खाते से अपने आप कट जाता है. बता दे कि फास्टैग राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (NETC) नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित कार्यक्रम का एक हिस्सा है।
कैसे खरीदें FASTag ?
सरकार ने फास्टैग के मामलों में ग्राहकों की सहायता के लिए कस्टमर केयर नंबर 1033 की सुविधा शुरू की है. मंत्रालय ने कहा है कि फास्टैग के ग्राहक बैंकों से भी टैग प्राप्त कर सकते हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग टोल प्लाजा पर 22 प्रमाणित बैंकों द्वारा प्वाइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) और चुनिंदा बैंक शाखाओं के माध्यम से FASTags जारी किए जाते हैं। वे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे अमेज़न पर भी उपलब्ध हैं। FASTag खरीदने के बाद, आपको इसे टोल प्लाजा पर कार्यात्मक बनाने के लिए इसे सक्रिय करने की आवश्यकता होती हैं।
क्या है इसके फायदे ?
इस लेन-देन के लिए गाड़ियों को रुकने की जरूरत नहीं होती. व्हीकल ओनर को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ट्रांजेक्शन की सूचना मिल जाती है. इससे समय की बचत होती है और व्हीकल बेरोकटोक गंतव्य की ओर जा सकते हैं.
FASTag को कैसे एक्टिवेट करें?
a) सेल्फ-एक्टीवेशन: FASTags बैंक-न्यूट्रल है, अर्थात, जब आप POS टर्मिनल या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से इसे खरीदते हैं, तो कोई भी बैंक FASTag को पूर्व-सौंपा नहीं जाता है। ऑनलाइन FASTag DIY (डू-इट-योरसेल्फ) की अवधारणा पर आधारित है, जहां आप इसे ‘My FASTag’ मोबाइल ऐप में वाहन के विवरण दर्ज करके इसे स्वयं-एक्टिवेट कर सकते हैं।
b) प्रमाणित बैंक शाखा में जाकर एक्टिवेट करें: आप निकटतम प्रमाणित बैंक शाखा में जाकर FASTag भी खरीद सकते हैं और FASTag को अपने मौजूदा बैंक खाते से जोड़ सकते हैं।