यूक्रेन युद्ध के मुद्दे ने आज संसद में जोर पकड़ लिया, जिसपर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कूटनीति और वार्ता से विवाद को सुलझाने का सुझाव दिया. साथ ही संसद में मंत्री जयशंकर ने बूचा में हुए नरसंहार की भी निंदा की.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में बूचा में हुए नरसंहार की बात उठाते हुए कहा कि “हम रिपोर्टों से बहुत व्यथित हैं. हम वहां हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं. यह एक अत्यंत गंभीर मामला है, हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं“
हम संघर्ष(रूस-यूक्रेन विवाद) के खिलाफ हैं. हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है. संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है: लोकसभा में विदेश मंत्री
🔲 हम संघर्ष(रूस-यूक्रेन विवाद) के खिलाफ हैं। हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है: लोकसभा में विदेश मंत्री @DrSJaishankar pic.twitter.com/aQLjm1zq7f
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) April 6, 2022
उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन गंगा हमारे लिए एक बड़ी चुनौती थी, जब युद्ध शुरू हुआ तो हमने वहां के मंत्रियों से बात की और युद्ध के बीच हमने लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला. साथ ही जयशंकर ने अपने मत्रियों की तारीफ करते हुए कहा कि “मै टीम वर्क की प्रशंसा करता हूं, अगर हमारे मंत्री यूक्रेन नहीं जाते तो यह काम उतना आसान नहीं होता”
पीएम मोदी की अहम भूमिका
संसद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि पीएम मोदी की इस ऑपरेशन में अहम भूमिका रही. पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव अभियान के बीच मीटिंग की. पुतिन से बात की और छात्रों को सुरक्षित स्थान मुहैया करवाने का अनुरोध किआ