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कर्नाटक संघर्ष: स्पीकर इस्तीफों को लेकर आज लेंगे फैसला, भाजपा कर रही है बहुमत का दावा

कर्नाटक संकट: राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए बढ़ाई समय सीमा, शाम 6 बजे तक का दिया समय
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कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं. बीते तीन दिनों से राज्य में लगातार राजनीतिक उथलपुथल मची हुई है. इस बीच कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के. रमेश कुमार पर आज हर किसी की नज़रें टिकी हैं. क्योंकि जिन 13 विधायकों ने इस्तीफा सौंपा है, उसपर उन्हें आज फैसला लेना है. अगर इस्तीफा मंजूर होता है तो एचडी कुमारस्वामी सरकार कर्नाटक विधानसभा में बहुमत खो देगी.

सोमवार को दो और निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद, इस्तीफ़ा देने वालों की कुल संख्या बढ़कर 15 तक पहुंच गयी है. सोमवार को एक निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दिया और भाजपा को समर्थन देकर पार्टी को विधानसभा में एक संकीर्ण बढ़त दे दी.

इसके अलावा, कांग्रेस के रोशन बेग, जिन्हें “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के लिए पिछले महीने निलंबित कर दिया गया था, ने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ देंगे और भाजपा में शामिल होंगे.

इतना ही नहीं, सोमवार को सरकार के सभी मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया. पहले कांग्रेस कोटे के मंत्रियों ने इस्तीफा सौंपा और बाद में जेडीएस कोटे के मंत्रियों ने भी पद छोड़ दिया. अभी तक 30 मंत्रियों का इस्तीफा हो गया है.

कर्नाटक राजनीति में अबतक के अपडेट :

  • मंगलवार सुबह से ही बैठकों का दौर शुरू हो गया है. सुबह बीजेपी नेता पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के घर पहुंचे, जहां पर आज के हालात पर चर्चा की गयी.
  • पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के घर पार्टी नेता पहुंच चुके हैं. कर्नाटक में बने हालातों पर चर्चा के लिए आज बैठक बुलाई गयी है.
  • कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, के सुरेश ने लोकसभा में कर्नाटक के मुद्दे पर नोटिस दिया है.
  • कर्नाटक में चल रहे संकट को लेकर केसी वेणुगोपाल का कहना है कि सरकार चलेगी, इसमें कोई दिक्कत नहीं आएगी. मैंने रामलिंगा रेड्डी से बात की है, वो अब पार्टी नहीं छोड़ेंगे.
  • बीजेपी नेता शोभा ने दावा किया है कि हमारी संख्या अब 107 की है, जबकि कांग्रेस-जेडीएस के पास सिर्फ 103 ही विधायक हैं. ऐसे में गवर्नर बीजेपी को सरकार बनाने के लिए निमंत्रण दे सकते हैं.
  • कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में सभी विधायकों को बुलाया गया है. स्पीकर के फैसले से पहले इस बैठक में सभी रास्तों पर विचार किया जाएगा.