संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस कदम को ‘अमेरिकी कूटनीति की जीत’ बताया है.
इस कदम का स्वागत करते हुए, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी टीम को बधाई दी.
पोम्पिओ ने ट्वीट कर अमेरिकी टीम को बधाई दी,”जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर की आतंकवादी के रूप में घोषणा पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी टीम को बधाई. लंबे समय से प्रतीक्षित यह कार्रवाई, अमेरिकी कूटनीति और आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की कोशिश और दक्षिण एशिया में शांति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है.”
Congrats to our team @USUN for their work in negotiating JEM’s Masood Azhar’s #UN designation as a terrorist. This long-awaited action is a victory for American diplomacy and the international community against terrorism, and an important step towards peace in South Asia.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) May 2, 2019
बुधवार को, अमेरिका ने कहा था कि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख को ब्लैकलिस्ट करना पाकिस्तान में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि 10 साल बाद चीन ने अपनी नाकेबंदी हटाकर सही काम किया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने नाम न छापने की शर्त पर व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से लिखा,”मुझे लगता है कि चीन को यह समझ में आ गया है कि यह महत्वपूर्ण था कि चीन द्वारा आतंकवाद पर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर की गई कार्रवाई, उसकी बयानबाजी से मेल खाती हो.”
अधिकारी ने पुलवामा हमले का ज़िक्र करते हए कहा कि पुलवामा हमला इस घातक आतंकी संगठन द्वारा किये गए हमलों का सबसे ताज़ा उदाहरण है.
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मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के अंतरराष्ट्रीय दबाव को बनाए रखते हुए, अमेरिका ने, फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन के साथ, अज़हर को ब्लैकलिस्ट करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक मसौदा प्रस्ताव रखा था.
चीन, जिसने मसूद अजहर को चार बार ब्लैकलिस्ट करने के लिए कदमों को अवरुद्ध कर दिया था, अंत में अपनी आपत्तियों को यह कहते हुए छोड़ दिया कि “संशोधित सामग्रियों के सावधानीपूर्वक अध्ययन के बाद कोई आपत्ति नहीं मिली.”
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इसे आतंक के खिलाफ लड़ाई में ‘बड़ी जीत’ बताया.
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,“अब से, जब भी देश को किसी से किसी भी तरह का खतरा होगा, हम उनके घरों में प्रवेश करेंगे और उन्हें खत्म करेंगे. अगर वे हम पर गोलियां चलाते हैं, तो हम उन पर बम बरसाएंगे.”