उत्तराखंड: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पत्नी गीता धामी के साथ शुक्रवार सुबह केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले.
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे. मंदिर के कपाट वर्षों पुराने वैदिक मंत्रोच्चार के बाद खुले. मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. मंदिर के कपाट पिछले साल 6 नवंबर को छह महीने के लिए बंद कर दिए गए थे.
🔲 #WATCH #Kedarnath धाम के कपाट भक्तों के लिए खुले। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने खोले बाबा केदार के कपाट। कपाट खुलने के मौके पर धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। pic.twitter.com/L99ofReA5r
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) May 6, 2022
उत्तराखंड सरकार ने 29 अप्रैल को हर धाम के लिए डेली लिमिट तय की थी, लेकिन 3 मई को चार धाम यात्रा की शुरुआत के मौके पर गंगोत्री में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से कहा था, ‘ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए आगे इस पर कोई फैसला होगा.’ मुख्यमंत्री के इस बयान का असर कहा जाए तो नज़ारा यह दिखा कि शुक्रवार सुबह कम से कम 35,000 लोग धाम में नज़र आए. ज़ाहिर है कि यह संख्या आज शाम तक और बढ़ेगी.
मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित, केदारनाथ मंदिर चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे ‘चार धाम’ कहा जाता है जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ भी शामिल हैं. आठवीं शताब्दी ईस्वी में जगद गुरु आदि शंकराचार्य द्वारा निर्मित, केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है.
उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर 3 मई को वार्षिक चारधाम यात्रा शुरू हुई. बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 8 मई को खुलेंगे.