देश की राजधानी दिल्ली की जनता के लिए खुशखबरी है। दरअसल दिल्ली में कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है। इन्फेक्शन रेट के साथ-साथ ऐक्टिव केस भी कम होने लगे हैं। मंगलवार को राजधानी में 12,481 नए मामले सामने आए जो कि पिछले एक महीने में सबसे कम हैं। इस दौरान 347 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। मंगलवार को 13,583 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए। संक्रमण दर घटकर 17.76 फीसदी पर पहुंच गई। बीते चार दिनों में राजधानी में 7,226 एक्टिव केस कम हुए हैं। लेकिन इस राहत के बावजूद भी दिल्ली में एक संकट है और वो है वैक्सीन की कमी का।
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— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2021
अब इस गहराते संकट और वैक्सीन डोज़ की कमी को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर ही दिल्ली को मिलने वाली कोवैक्सीन की डोज की सप्लाई रोक दी गई है। उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत बायोटेक की तरफ से कल हमें चिट्ठी लिखकर बताया गया कि वे हमें वैक्सीन नहीं दे सकते।
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दिल्ली सरकार ने की थी एक करोड़ 34 लाख वैक्सीन की डिमांड।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए हमने एक करोड़ 34 लाख वैक्सीन की डोज मांगी थी। 67 लाख कोविशील्ड से मांगी थी और 67 लाख कोवैक्सीन से मांगी थी। कोवैक्सीन ने कल हमें चिट्ठी लिखकर साफ कह दिया है कि हम वैक्सीन नहीं दे सकते क्योंकि हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
केंद्र सरकार रोक रही है वैक्सीन की सप्लाई।
इतना ही नहीं वैक्सीन डोज़ की कमी को लेकर मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला भी बोला है। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर ही दिल्ली को मिलने वाली कोवैक्सीन की डोज की सप्लाई रोक दी गई। सिसोदिया ने बताया कि चिट्ठी में ये लिखा है कि कोवैक्सीन संबंधित सरकारी अधिकारियों के निर्देश पर राज्यों को सप्लाई किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि ये अधिकारी केंद्र सरकार के अधिकारी होंगे। चिट्ठी में ये भी लिखा है कि हम आपको यानी कोवैक्सीन दिल्ली सरकार को और वैक्सीन दे ही नहीं सकती क्योंकि अधिकारियों की तरफ से निर्देश नहींं है।
Vaccine mismanagement by Centre Gov-
Covaxin refuses to supply vaccine citing directives of Gov. & limited availability.Once again I would say exporting 6.6cr doses was biggest mistake. We are forced to shutdown 100 covaxin-vaccination sites in 17 schools due to no supply pic.twitter.com/uFZSG0y4HM
— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2021
स्टॉक हुआ ख़त्म, बंद हुए लगभग 100 सेंटर।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, हमारे पास कोवैक्सीन का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो चुका है। इसकी वजह से हमें 17 स्कूलों में कोवैक्सीन के 100 से ज्यादा सेंटर बंद करने पड़े हैं।
हमारे पास वैक्सीन का जो भी स्टॉक था खत्म हो गया है। हमारे पास कोविशिल्ड के जो सेंटर थे वे चल रहे हैं। कोवैक्सीन के सेंटर हमें बंद करने पड़े हैं: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया#VaccineShortage
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) May 12, 2021
सिसोदिया ने केंद्र को कहा – निभाए सरकार की भूमिका।
इसके अलावा सिसोदिया ने आगे कहा कि मैं फिर केंद्र से आग्रह करूंगा कि वह एक राष्ट्र की सरकार की भूमिका निभाएं। यह ठीक नहीं है कि राज्य अंतरराष्ट्रीय मार्केट में जाकर टेंडर निकालें। लेकिन आप नहीं करोगे तो ये काम भी राज्य करेंगे। हम ग्लोबल टेंडर्स निकालेंगे , लेकिन केंद्र की भूमिका अहम है एक्सपोर्ट बंद करें और वैक्सीन कंपनियों से फॉर्मूला लेकर अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने की छूट दें, ताकि वैक्सीन का निर्माण बड़ी संख्या में हो।
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से टीका बनाने का फॉर्मूला सार्वजनिक करने की अपील की। पीएम मोदी को लिखे पत्र में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में अभी केवल दो कंपनियां कोरोना वैक्सीन बना रहीं हैं, अगर टीका बनाने का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों को मिल जाएगा तो तेजी से उत्पादन हो सकेगा। लोगों को तीसरी लहर आने से पहले और जल्द ही वैक्सीन लगा दी जाएगी।