Hindi Newsportal

मध्यप्रदेश में बेटे को एग्जाम दिलाने के लिए पिता ने 105 किमी तक चलाई साइकिल,पहुंचाया परीक्षा केंद्र

0 557

हमारे देश में बच्चों के भविष्य के पीछे जितनी लगन बच्चों की होती है उससे कई ज़्यादा कड़ी मेहनत और लगन होती है उनके माता पिता की। ऐसा ही एक वाक्या सामने आया है मध्यप्रदेश के धार जिले का। दरअसल मध्यप्रदेश में सरकार ने 10 वीं और 12वीं में फेल हुए बच्चों को मध्य प्रदेश सरकार ने ‘रुक जाना नहीं ‘ के तहत पास होने का एक और मौका दिया है. इसकी परीक्षाएं शुरू हो गयी है. कोरोना संकट के इस काल में बस बंद रहने के कारण मध्य प्रदेश के धार जिले के एक गांव का 38 वर्षीय गरीब एवं अनपढ़ व्यक्ति अपने बेटे को 10वीं बोर्ड की पूरक परीक्षा दिलाने के लिए 105 किलोमीटर दूर परीक्षा केन्द्र में साइकिल में बैठाकर ले गया.

7 से 8 घंटे लगातार चलाई साइकिल-

शोभाराम ने बेटे आशीष को साइकिल पर बैठाया और चल दिया परीक्षा केंद्र की ओर जहां परीक्षा होनी थी। शोभाराम ने लगभग 7 से 8 घंटे साइकिल चलाई तब वह कहीं जाकर परीक्षा केंद्र तक पहुंच पाया। सोशल मीडिया पर अब शोभाराम का वीडियो वायरल हो रहा है। बता दे शोभाराम 3 दिन का राशन बांधकर गांव से परीक्षा दिलाने आया है।

ये भी पढ़े : उत्तरप्रदेश में दरिंदगी की सारे हदें पार, नाबालिक के साथ बलात्कार के बाद तेजाब से जलाया

इसीलिए लाये 3 दिन का राशन।

शोभाराम के बेटे आशीष को 3 पेपर देने हैं और वे रोजाना इतनी लंबी दूरी तय नहीं कर सकते. इसलिए वे किसी से 500 रुपये उधार लेकर 3 दिन का राशन खरीदा और रवाना हो गए, ताकि वहीं कहीं आसपास खाना बनाकर भी खा सकें. शोभाराम धार जिले में मनावर तहसील के गांव बयड़ीपुरा के रहने वाले हैं और मजदूरी करके परिवार चलाते हैं.

बेटे को अफसर बनाना चाहते है शोभाराम।

शोभाराम चाहते हैं कि उनका बेटा पढ़-लिख कर एक बड़ा अफसर बने. उन्होंने बताया कि वे सोमवार रात को 12 बजे घर से निकले थे और सुबह करीब 7.45 बजे सेंटर पहुंच गए.

Click here for Latest News updates and viral videos on our AI-powered smart news

For viral videos and Latest trends subscribe to NewsMobile YouTube Channel and Follow us on Instagram

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.