कोरोना महामारी से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि ब्लैक और व्हाइट फंगस ने देश में चिंता बढ़ा दी है। देश के कई राज्यों में न केवल इस फंगस ने अपने पैर पसारे है बल्कि कुछ मौतों का कारण भी बन चूका है। अब ब्लैक और व्हाइट फंगस के बाद अब येलो फंगस की इंट्री ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल गाजियाबाद में येलो फंगस के एक मरीज में पुष्टि की गई है। डॉक्टरों की मानें तो यह यलो फंगल, ब्लैक और वाइट फंगस से कहीं ज्यादा खतरनाक है। डॉक्टर ने बताया कि यह पहली बार है जब यह किसी इंसान में मिला है।
यलो फंगस जिस मरीज में मिला है, उसकी उम्र 45 साल की है। वह कुछ दिनों पहले ही कोरोना से ठीक हुआ है। मरीज डायबटिक भी है। यह मरीज गाजियाबाद के ईएनटी सर्जन को दिखाने पहुंचा था। डॉक्टर ने जांच के दौरान पाया कि उसे यलो फंगस है।
कल संजय नगर से मेरे पास एक मरीज आया। एंडोस्कोपी टेस्ट में पता चला की उसे ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस है। येलो फंगस रेप्टाइल्स में पाया जाता है, पहली बार मैंने इसे इंसानों में देखा है: डॉ बी.पी. त्यागी, इएनटी स्पेशलिस्ट, गाज़ियाबाद #UttarPradesh pic.twitter.com/fyqhYM0zfP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2021
कैसे पता चला की मरीज़ में है 3 फंगस।
डॉ. बीपी त्यागी ने बताया कि मरीज संजय नगर इलाके का रहने वाला है। उसके सीटी स्कैन से फंगस के बारे में पता नहीं चला। जब मरीज का नेजल इंडोस्कोपी किया गया तब पता चला कि उसे ब्लैक, वाइट और यलो तीनो ही फंगस थे।
यलो फंगस के लक्षण
- नाक का बंद होना
- शरीर के अंगों का सुन्न होना
- शरीर में टूटन होना और दर्द रहना
- शरीर में अत्यधिक कमजोरी होना
- हार्ट रेट का बढ़ जाना
- शरीर में घावों से मवाद बहना
- शरीर कुपोषित सा दिखने लगना
यलो फंगस से बचाव।
ख़बरों के मुताबिक अगर घर के अंदर ज्यादा नमी है तो मरीज के लिए यह घातक हो सकता है इसलिए इस पर ध्यान दें। ज्यादा नमी बैक्टीरिया और फंगस बढ़ाती है। डॉक्टर ने बताया कि घर की और आसपास की सफाई बहुत जरूरी है। बासी खाना न खाएं।