भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को ट्वीट कर आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने उन्हें “बिहारी गुंडा” कहा। निशिकांत दुबे का दावा है कि संसद की आईटी समिति की मीटिंग में सांसद महुआ मोइत्रा ने उन्हें तीन बार बिहारी गुंडा कहकर अपमानित किया। इतना ही नहीं, निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर से भी इस मामले की शिकायत की है।
ऐसे शब्द का इस्तेमाल पहले कभी नहीं हुआ: दुबे।
इधर झारखंड के गोड्डा से लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे ने सदन के शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा, ‘संसद सदस्य के रूप में यह मेरा 13वां वर्ष है, लेकिन कल जिस तरह से संसदीय समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस की सदस्य ने उनके लिए बिहारी के साथ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया, ऐसा इससे पहले कभी नहीं हुआ।’
लोकसभा @loksabhaspeaker जी अपने १३ साल के संसदीय जीवन में पहली बार गाली सुना,तृणमूल कॉंग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा द्वारा बिहारी गुंडा आईटी कमिटि के मीटिंग में तीन बार बोला गया @ombirlakota जी@ShashiTharoor जी ने इस संसदीय परम्परा को ख़त्म करने की सुपारी ले रखी है
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 28, 2021
टीएमसी को हिंदी भाषी लोगों से एलर्जी।
दुबे ने टीएमसी नेताओं पर हिंदी बोलने वालों से खुन्नस खाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी को सभी हिंदी भाषी लोगों से एलर्जी है, इसलिए उन्होंने मुझे ‘बिहारी गुंडा’ कहा। यह बिहार के स्वाभिमान पर हमला है। मैंने सभी तथ्य अध्यक्ष को सौंप दिए हैं। उन्हें (महुआ मोइत्रा) माफी मांगनी चाहिए।
TMC is allergic to all the Hindi-speaking people that's why they called me 'Bihari Gunda'. This is an attack on Bihar's pride. I have submitted all the facts to the Speaker. She (Mahua Moitra) should apologise: BJP MP Nishikant Dubey pic.twitter.com/ROdPm8jTEA
— ANI (@ANI) July 29, 2021
महुआ मोहित्रा ने सिर्फ मुझे ही नहीं अपितु समस्त हिंदी भाषियों को, समस्त महापुरुषों को गाली दी – दुबे।
TMC की सांसद महुआ मोहित्रा ने सिर्फ मुझे ही नहीं अपितु समस्त हिंदी भाषियों को, समस्त महापुरुषों को गाली दी है.
2/2— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 29, 2021
टीएमसी सांसद ने आरोपों को किया खारिज।
उधर, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी सांसद की तरफ से लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। महुआ ने ट्वीट कर कहा, ‘समिति की बैठक कोरम पूरा नहीं होने के कारण हुई ही नहीं थी। मैं किसी को गाली कैसे दे सकती हूं जो बैठक में मौजूद ही नहीं थे। अटेंडेंस शीट देख लीजिए।’
Am a bit amused by charges of name-calling.
IT mtng did not happen because NO quorum – members did not attend.How can I call someone a name who was not even present!!
Check attendance sheet!@ShashiTharoor , @KartiPC @NasirHussainINC @MdNadimulHaque6— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 28, 2021
मंगलवार को हुई थी सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति की बैठक।
बता दे कि मंगलवार को सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति की बैठक हुई थी। इसमें शामिल बीजेपी सांसद बैठक शुरू होने से पहले ही बाहर चले गए थे। उनका दावा था कि इस बैठक के एजेंडे (जासूसी कांड के मुद्दे) के बारे में उन्हें सूचित नहीं किया गया था। बीजेपी सांसदों का कहना था कि जब विपक्ष के हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चल पा रही है तो फिर संसदीय समिति कैसे अपना काम कर सकती है।
इधर बीजेपी सदस्यों ने जब उपस्थिति रजिस्टर यानी अटेंडेंस शीट में हस्ताक्षर करने से मना कर दिया तो समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कोरम की कमी के नियम का हवाला देते हुए बैठक स्थगित करने का एलान कर दिया था। गौरतलब है कि संसदीय समिति में अध्यक्ष को मिलाकर सदस्यों की कुल संख्या 31 होती है जबकि बैठक के लिए कम से कम 11 सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य होती है। बैठक स्थगित होने के बाद समिति के सदस्य और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदम्बरम ने ट्वीट कर दावा किया कि बैठक में बुलाए गए आईटी मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी भी नहीं पहुंचे।
I'm completely unaware. If somebody allegedly said something at a meet that never took place to somebody who was not there, how am I to be concerned about it? He did not sign register, how do we know he's there?: Chairman of Parliamentary Standing Committee on IT, Shashi Tharoor
— ANI (@ANI) July 29, 2021
इसी बैठक के बाद बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने समिति की सदस्य और तृणमूल कांग्रेस की सांसद मोहुआ मोइत्रा पर यह सारे सनसनीखेज आरोप जड़ दिए और इस मुद्दे को लेकर गहमा- गहमी शुरू हो गई।