फैक्ट चेक: सोशल मीडिया पर पहलवान साक्षी मलिक के प्रदर्शन से पीछे हटने की फैली अफवाह, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि ओलम्पिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने विरोध प्रदर्शन से अपना नाम वापस ले लिया है और वापस रेलवे की नौकरी ज्वाइन कर ली है। दरअसल, जनवरी महीने से कुछ पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पूनिया के नेतृत्व में दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन शोषण का आरोप है।
बीती शनिवार रात प्रदर्शनरत पहलवानों ने केंद्रीय गृह मंत्री शाह से मुलाक़ात की थी, इसी के दो दिन के बाद यानी सोमवार को मीडिया पर खबर आयी कि साक्षी मालिक ने विरोध प्रदर्शन से अपना नाम वापस ले लिया है और वापस से रेलवे में OSD के पद पर नौकरी पर नियुक्त का दिया गया है।
फेसबुक पर वायरल पोस्ट को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से हटीं, साक्षी मलिक रेलवे में नौकरी पर लौटीं, बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन से हटीं साक्षी, साक्षी मलिक ने आंदोलन से नाम वापस लिया, आंदोलन से नाम वापस लेकर नौकरी ज्वाइन की।
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल खबर भ्रामक है। साक्षी मालिक ने सफाई देते हुए बताया कि उन्होंने विरोध प्रदर्शन से पीछे नहीं हटी हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। हमने सबसे पहले वायरल खबर से संबंधित कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर रिवर्स टूल के माधयम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें सबसे पहले ANI का एक ट्वीट मिला, जहां उन्होंने इस मामले पर ANI से फ़ोन पर बातचीत की और सफाई देते हुए बताया कि वायरल खबर को गलत बताया है।
#LISTEN "हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले, यह एक सामान्य बातचीत थी, हमारी केवल एक ही मांग है और वह है उन्हें (बृजभूषण सिंह) गिरफ़्तार करना। मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, मैंने रेलवे में OSD के रूप में अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब तक… pic.twitter.com/ZpMM5GnA3w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2023
उपरोक्त प्राप्त ट्वीट के साक्षी मालिक ने बातचीत में बताया कि मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, मैंने रेलवे में OSD के रूप में अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम विरोध करते रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम पीछे नहीं हटेंगे। उसने (नाबालिग लड़की) कोई प्राथमिकी वापस नहीं ली है, यह सब फर्जी है।
पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें खोजने पर पहलवान साक्षी मलिक की ट्विटर प्रोफाइल पर वायरल खबर पर दी गयी सफाई का एक ट्वीट मिला। साक्षी मलिक ने ट्वीट के माधयम से वायरल खबर को गलत बताया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।
ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए। pic.twitter.com/FWYhnqlinC
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 5, 2023
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल पोस्ट गलत है। पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी रेलवे की नौकरी ज्वाइन जरूर की है, लेकिन उन्होंने विरोध प्रदर्शन से अपना नाम पीछे नहीं लिया है।