फैक्ट चेक: पंजाब पुलिस कर्मी द्वारा महिला के साथ की गयी मारपीट का यह वीडियो हालिया दिनों नहीं, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमे एक पंजाब पुलिस कर्मी का एक शख्स एक महिला को थप्पड़ जड़ते हुए नज़र आ रहा है। इंटरनेट पर वायरल वीडियो को शेयर कर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर तंज कैसे जा रहे हैं। फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “पुरुष किसानों को MSP देने के बाद पंजाब सरकार अब महिला किसानों को MSP दे रही है, पूरे भारत के किसान पंजाब पहुंचे वहां एकदम ताजा ताजा MSP दिया जा रहा है।”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखने पर हमने इसके पुराने होने की आशंका हुई इसलिए सच जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें ABP न्यूज़ की वेबसाइट पर मई 18, 2023 छपे एक लेख में वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम मिला।
लेख में दी गयी जानकारी के मुताबिक, “वीडियो पंजाब के गुरदासपुर जिले में हुई घटना का है। जहां दिल्ली-कटरा नेशनल हाईवे पर किसानों ने जमीन अधिग्रहण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद पुलिस द्वारा गुरदासपुर जिले के श्री हरगोबिंदपुर प्रखंड के भमरी गांव में छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान एक पुलिसकर्मी ने महिला किसान को थप्पड़ मारा था।”
उपरोक्त मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान, हमें इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट भी प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। जिसे मई 18, 2023 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम भी देखा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे सड़कों के भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा नहीं मिलने की वजह से गुरदासपुर में किसानों ने प्रदर्शन किया था। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने एक महिला किसान को थप्पड़ जड़ दिया था।
रिपोर्ट में बताया गया था कि भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे सड़कों के भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा नहीं मिलने की वजह से गुरदासपुर में किसानों ने प्रदर्शन किया था। उसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने एक महिला किसान को थप्पड़ मारा था और यह घटना कैमरे में कैद हो गई थी।
पड़ताल के दौरान हमें उपरोक्त मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2023 के दौरान का है, जिसे वर्तमान में भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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