फैक्ट चेक: दिल्ली में अपने फ्लैट में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखने वाला शख्स नहीं है मुस्लिम, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा जिसमे एक व्यक्ति एक एक इमारत के अंदर लिखे पाकिस्तान के समर्थन वाले नारे लिखे हुए दिखा रहा है। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है इमारत पर पाकिस्तान समर्थन नारे लिखने वाला व्यत्कि मुस्लिम हैं।
फेसबुक पर वायरल वीडियो शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “भारत की राजधानी दिल्ली में पाकिस्तान जिंदाबाद। काफिरों के खिलाफ युद्ध का खुला ऐलान। दिल्ली के रोहिणी अवंतिका सी ब्लॉक की एक इमारत पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे और काफिरों के खिलाफ युद्ध का ऐलान। पूछने पर व्यक्ति ने कहा कि उसे पाकिस्तान से प्यार है।”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की टीम ने अपनी पड़ताल में जाना कि वायरल दावा भ्रामक है, पुलिस ने शख्स के मुस्लिम न होने की पुष्टि की
फेसबुक पर वायरल इस वीडियो के साथ शेयर किए गए दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने कुछ संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो से संबंधित एक लेख ABP न्यूज़ की वेबसाइट पर मिला, जिसे अगस्त 04, 2024 को प्रकाशित किया गया था।
लेख के मुताबिक वायरल वीडियो का मामला दिल्ली के रोहिणी के पास अवंतिका इलाके का है। जहां एक व्यक्ति ने अपने घर की दीवारों पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ और ‘पाकिस्तान लॉन्ग लीव’ के नारे लिख दिये थे। लेख में दी गयी जानकारी के मुताबिक इस मामले को लेकर पुलिस ने पाकिस्तान समर्थन वाले नारे लिखने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया था। लेख में कहा गया है कि व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है।
उपरोक्त प्राप्त लेख से यह तो साफ़ हो गया था कि हाल ही में दिल्ली के रोहिणी के पास अवंतिका इलाके एक व्यक्ति ने पाकिस्तान समर्थन नारे लिखे थे, लेकिन क्या वह व्यक्ति मुस्लिम है इस तथ्य की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो से संबंधित एक लेख NewsX नामक वेबसाइट मिला। जिसे अगस्त 05, 2024. यहाँ जानकारी दी गयी कि पुलिस द्वारा पकड़े गए शख्स का नाम जसवंत है, जिसकी उम्र 64 साल है।
इसके बाद हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया, जिसके बाद हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर भी वायरल वीडियो से संबंधित एक लेख मिला। जहां पुलिस द्वारा पकड़े गए शख्स के मुस्लिम न होने की जानकारी दी गयी।
उक्त मामले में आरोपित शख्स की सटीक जानकारी के लिए हमने इलाके के संबंधित विजय विहार थाने के SHO विनय कुमार यादव से भी संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। इसके साथ ही उन्होंने हमें बताया कि शख्स का नाम जसवंत सिंह हैं और वह मुस्लिम नहीं है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है, पाकिस्तान के समर्थन में नारे लिखने वाला शख्स मुस्लिम नहीं है।