देश में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बीच कई राज्यों ने नए प्रतिबन्ध लगाना शुरू कर दिए है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक संदेश इस दावे के साथ साझा होना शुरू हो गया है कि यूपी पुलिस ने अगले 30 दिनों के लिए एक व्यापक मास्क चेकिंग अभियान शुरू किया है।
“कल प्रातः 9 बजे से उत्तर प्रदेश के सभी थाना क्षेत्रों में मास्क चैकिंग का 30 दिनों का अभियान चलेगा सभी शहर एवं ग्रामवासी *मास्क का प्रयोग करें और चालान की कार्यवाही से बचें और साथ ही 10 घंटे की अस्थाई कारावास (जेल) सजा से भी बचे।_ निवेदक – उत्तर प्रदेश पुलिस जनहित में जारी,” पोस्ट में लिखा है।
यहाँ उपरोक्त पोस्ट का लिंक है।
फैक्ट चेक
न्यूजमोबाइल ने वोरल पोस्ट की जांच की और दावा झूठा पाया।
हमने कीवर्ड सर्च किया और हमें फरवरी 2021 की अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि पोस्ट फर्जी है।
पोस्ट में यह उल्लेख किया गया था कि कोरोना की दूसरी लहर से पहले भारत में मामलों में वृद्धि के मद्देनजर ये संदेश वायरल हो रहा था। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने वायरल दावे का ट्विटर पर खंडन किया।
ये भी पढ़े: फैक्ट चेक: क्या यह वायरल तस्वीर पीएम मोदी के बचपन की हैं? जानें सच्चाई
इसके अलावा, हमने यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल को भी स्कैन किया और पाया कि 8 जनवरी, 2022 के एक ट्वीट में यूपी पुलिस फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल ने भी वायरल दावे को खारिज किया है।
“यूपी पुलिस द्वारा ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है पर सबको ये एडवाइज ज़रूर है कि मास्क ज़रूर पहने।
मास्क एन्फ़ोर्स्मेंट 30 दिन ही नहीं बल्कि कोविड का प्रकोप रहने तक जारी रहेगा ।
मास्क न पहनने पर विधिक कार्यवाही की जायेगी। अस्थायी कारावास का प्रावधान नहीं है।
#UPPViralCheck” ट्वीट में लिखा था
इसीलिए, उपरोक्त जानकारी से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा संदेश फर्जी है।
हालाँकि, न्यूज़मोबाइल यह दोहराना चाहेगा कि COVID-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में मास्क पहनना एक आवश्यक चीज है और सभी पाठकों से अनुरोध है कि वे मास्क पहनें और घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें।