उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में ‘काशी तमिल संगम’ के आयोजन स्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने वाराणसी में ‘काशी तमिल संगम’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में 'काशी तमिल संगम' कार्यक्रम का उद्घाटन किया।#Varanasi @narendramodi
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— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) November 19, 2022
‘काशी तमिल संगमम’ का आयोजन 17 नवंबर से 16 दिसंबर तक चलेगा.
इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के दो सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन ज्ञान केंद्रों- तमिलनाडु एवं काशी के बीच सदियों पुरानी कड़ियों को फिर से तलाशना और उनका उत्सव मनाना है. इस दौरान तमिलनाडु से आए हजारों यात्री इस काशी तमिल संगमम में शामिल हुए.
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा, हमारे देश में संगमों का बड़ा महत्व रहा है. नदियों और धाराओं के संगम से लेकर विचारों-विचारधाराओं, ज्ञान-विज्ञान और समाजों-संस्कृतियों के संगम का हमने जश्न मनाया है. इसलिए काशी तमिल संगमम् अपने आप में विशेष है, अद्वितीय है.
“एक ओर पूरे भारत को अपने आप में समेटे हमारी सांस्कृतिक राजधानी काशी है, तो दूसरी और, भारत की प्राचीनता और गौरव का केंद्र, हमारा तमिलनाडु और तमिल संस्कृति है. ये संगम भी गंगा यमुना के संगम जितना ही पवित्र है.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, काशी और तमिलनाडु दोनों शिवमय हैं, दोनों शक्तिमय हैं. एक स्वयं में काशी है, तो तमिलनाडु में दक्षिण काशी है. काशी-कांची के रूप में दोनों की सप्तपुरियों में अपनी महत्ता है. काशी और तमिलनाडु दोनों ही संस्कृति और सभ्यता के कालातीत केंद्र हैं. दोनों क्षेत्र संस्कृत और तमिल जैसी विश्व की सबसे प्राचीन भाषाओं के केंद्र हैं.