नरेंद्र मोदी के 30 मई को प्रधानमंत्री के रूप में अपने लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने की संभावना है.
शुक्रवार की शाम को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई थी. इस बैठक में एक 16 वी लोकसभा भंग करने का प्रस्ताव पास किया गया था. प्रस्ताव को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को भी सौंपा जा चुका है, जिसे राष्ट्रपति ने मंज़ूर भी कर लिया था.
इससे पहले पीएम मोदी ने शनिवार को एनडीए के सभी नवनिर्वाचित सांसदों को संबोधित किया था. 23 मई को चुनाव के नतीजे आने के बाद यह पीएम मोदी का पहला और सबसे लंबा औपचारिक संबोधन था.
पीएम मोदी को वाराणसी से कुल 6,69,602 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार शालिनी यादव को 1,93,848 वोट मिले. कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय को 1,51,800 मत प्राप्त हुए. पिछली बार पीएम मोदी 2014 में वाराणसी से 3.37 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे.
मोदी की अगुवाई में भाजपा ने 23 मई को लोकसभा में भारी बहुमत हासिल की थी. करीब पांच दशकों बाद ऐसा हुआ है कि कोई पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ दूसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही है.
यह पहली बार होगा जब 1971 में इंदिरा गांधी के जीतने के बाद किसी गैर-कांग्रेसी दल ने अपने दम पर लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए बहुमत हासिल किया. इससे पहले जवाहरलाल नेहरू ने यह कारनामा किया था.
2014 के लोकसभा चुनावों में 282 सीटें जीतने वाली भाजपा ने 2019 के चुनावों में 303 सीटों पर अपनी बढ़त बढ़ाने में कामयाबी हासिल की.